
दोआबा न्यूज़लाइन


चंडीगढ़: चंडीगढ़ की पंजाब यूनिवर्सिटी में सीनेट चुनाव की तारीख की घोषणा को लेकर आज यानि 10 नवंबर को सुबह से यूनिवर्सिटी के बाहर छात्रों का जोरदार प्रदर्शन जारी है। इस दौरान पुलिस प्रशासन के पीयू के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। यूनिवर्सिटी के बाहर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और बैरिकेडिंग की गई है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को यूनिवर्सिटी के अंदर जाने की इजाजत नहीं है। इस दौरान स्टूडेंट्स और पुलिस आमने-सामने है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच काफी बहबाजी भी हुई है।



मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शन के दौरान स्टूडेंट्स ने पुलिस से धक्कामुक्की के बाद PGI के गेट नंबर 1 को तोड़ दिया है। हालांकि उन्हें रोकने के लिए चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर गेट पर चढ़ीं लेकिन स्टूडेंट्स नहीं माने। इससे पहले स्टूडेंट्स इस गेट को खोलकर अंदर घुसे थे। जिस दौरान उनकी पुलिस से धक्कामुक्की हुई थी। गेट नंबर 2 से पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए हैं।
वहीं पुलिस के इंतजाम देख स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन में शामिल होने आ रहे समर्थकों से अपील की कि पुलिस उन्हें जहां रोकें, वहीं बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दें। बता दें कि बीती रात भी स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी के बाहर जमकर हंगामा किया था। देर रात तक छात्र यूनिवर्सिटी के गेट पर धरने पर बैठे रहे। अब भी स्थिति तनाव बनती जा रही है।
वहीं इस सभा को ध्यान में रखते हुए पंजाब यूनिवर्सिटी ने 10 और 11 नवंबर को 2 दिन कि छुट्टी घोषितकर दी है। इन 2 दिनों में यूनिवर्सिटी में में सभी शैक्षणिक और प्रशासनिक गतिविधियाँ पूरी तरह बंद रहेंगी। बता दें कि आज यानी 10 नवंबर छात्रों ने बड़े स्तर पर समर्थकों को यहां एकत्र होने का आह्वान किया है। इस दौरान छात्र संगठनों के बुलाने पर बड़ी संख्या में लोग यहां शामिल होने पहुँच रहे हैं। बताया जा रहा है कि छात्रों के इस प्रदर्शन को पंजाब की किसान, मज़दूर, कर्मचारी और अध्यापक यूनियनों के साथ-साथ भाजपा को छोड़कर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों का समर्थन मिल चुका है।
बताते चलें कि पंजाब यूनिवर्सिटी में ये विवाद यूनिवर्सिटी में सीनेट और सिंडिकेट भंग करने से शुरू हुआ। इससे स्टूडेंट्स भड़क उठे तो केंद्र सरकार ने यह नोटिफिकेशन वापस ले लिया था। लेकिन केंद्र सरकार की ओर से फैसला वापस लेने के बावजूद छात्रों का विरोध जारी है। क्योंकि अब स्टूडेंट्स का कहना है कि जब तक सीनेट के सभी 91 सदस्यों की तारीख का ऐलान नहीं होगा, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।




