
दोआबा न्यूज़लाइन


फगवाड़ा: फगवाड़ा की जीएनए यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, डिजाइन एंड ऑटोमेशन द्वारा “टेक-प्रज्ञा 2025” नामक वार्षिक तकनीकी उत्सव का सफल आयोजन इंडियन सोसाइटी फॉर टेक्निकल एजुकेशन (आईएसटीई) के सहयोग से किया गया। यह कार्यक्रम बड़े उत्साह के साथ संपन्न हुआ, जिसमें उत्तर भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से 600 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने विभिन्न श्रेणियों में भाग लेकर अपनी रचनात्मकता, नवाचार क्षमता और तकनीकी उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया तथा कई प्रतियोगिताओं में शीर्ष स्थान प्राप्त किए।



इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में तकनीकी उत्कृष्टता, रचनात्मकता और टीम भावना को बढ़ावा देना था। छात्रों ने अपनी नवोन्मेषी सोच और समस्या समाधान कौशल का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न तकनीकी और रचनात्मक प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जो उनके ज्ञान और कल्पनाशक्ति की परख के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई थीं। समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. प्रतापसिंह काकासाहेब देसाई, अध्यक्ष, आईएसटीई, नई दिल्ली रहे। उन्होंने अपने प्रेरणादायक संबोधन में नवाचार और सतत अधिगम (कंटीन्यूअस लर्निंग) के महत्व पर प्रकाश डाला तथा छात्रों को तेजी से विकसित हो रही तकनीकी दुनिया में अपने कौशल को निखारने के लिए प्रोत्साहित किया।
जीएनए यूनिवर्सिटी के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि के रूप में आईएसटीई फैकल्टी चैप्टर का शुभारंभ जीएनए यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष गुरदीप सिंह सीहरा और प्रो-चांसलर जसलीन कौर सीहरा द्वारा आईएसटीई टेक-प्रज्ञा 2025 कार्यक्रम के दौरान किया गया। कार्यक्रम में कुल नौ प्रमुख तकनीकी और रचनात्मक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनका समन्वय विश्वविद्यालय के फैकल्टी मेंटर्स ने किया और छात्रों ने इन प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
यह कार्यक्रम O7 सर्विसेज, टेक सीएडीडी और थ्रेड सिक्योरिटी द्वारा गर्वपूर्वक प्रायोजित किया गया, जिनके उदार सहयोग ने “टेक-प्रज्ञा 2025” की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। विभिन्न संस्थानों, जिनमें जीएनए यूनिवर्सिटी भी शामिल है, के 30 से अधिक छात्रों को उनके शैक्षणिक उत्कृष्टता, नवाचार और तकनीकी कौशल में असाधारण प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। आईएसटीई के श्रेष्ठ विद्यार्थियों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों की सराहना में ट्रॉफी और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। विजेताओं को क्रमशः ₹2100 और ₹1100 के नकद पुरस्कार, ट्रॉफी और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, जबकि सभी प्रतिभागियों को भागीदारी प्रमाण पत्र दिए गए।
यह आयोजन छात्रों के लिए एक जीवंत मंच साबित हुआ, जिसने उन्हें अपनी क्षमताओं को पहचानने, व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाने और सकारात्मक प्रतिस्पर्धा व नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करने का अवसर दिया। कार्यक्रम के फैकल्टी समन्वयकों और छात्र आयोजकों ने सभी गतिविधियों के सफल और सुचारू संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रो-चांसलर जसलीन कौर सीहरा ने SEDA -E विभाग के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने नवाचार, सहयोग और अनुभवात्मक शिक्षा की संस्कृति को बढ़ावा देने में अपना समर्पित योगदान दिया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. मोनिका हंसपाल (डीन अकादमिक) द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने फैकल्टी सदस्यों और छात्र समन्वयकों के योगदान की सराहना की और छात्रों को ऐसे समृद्ध तकनीकी आयोजनों में निरंतर भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। कुलपति डॉ. हेमंत शर्मा, डॉ. विक्रांत शर्मा (डीन, SEDA-E), डॉ. प्रतापसिंह काकासाहेब देसाई, और डॉ. हितेश मरवाहा (एचओडी-सीएसई) ने सभी प्रतिभागियों और विजेताओं को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों पर बधाई दी और विशिष्ट अतिथियों, प्रायोजकों तथा आयोजकों को टेक-प्रज्ञा 2025 की भव्य सफलता में उनके योगदान के लिए हार्दिक धन्यवाद व्यक्त किया।




