दोआबा न्यूज़लाईन
चंडीगढ़: पंजाब में बढ़ते भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए पंजाब पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है। जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग ने रिश्वतखोरी में शामिल करीब 52 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि बर्खास्त किए गए अधिकारियों में विभिन्न जिलों के एक इंस्पेक्टर, 5 एएसआई, 4 हेड-कॉन्स्टेबल और 42 कॉन्स्टेबल शामिल हैं। इस बात की आधिकारिक तोर पर पुष्टि पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर की है। प्रेस वार्ता में उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएगी।
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वहीं उन्होंने आगे यह भी कहा कि पुलिस में काली भेड़ों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बल्कि दिल्ली पुलिस की तर्ज पर वाहन चोरी के लिए एक महीने में ई-एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वहीं जब डीजीपी से उच्च अधिकारियों पर हुई कार्रवाई संबंधी सवाल पूछे गए तो जवाब में उन्होंने कहा कि इन पर कार्रवाई राज्य सरकार के आदेश पर की जाती है। जैसे कि पिछले कुछ दिनों में 10 डीएसपी और 8 एसपी सस्पेंड किए जा चुके हैं।
वहीं उन्होंने आगे जानकारी देते हुए यह भी बताया कि अब पुलिस सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए 3 जिलों में एक समाज सेवी संस्था के सहयोग से थर्ड पार्टी ऑडिट करवाया जा रहा है। इस कार्रवाई के अधीन कुछ दिन पहले पहले पहले मुक्तसर के डीसी को निलंबित किया गया था। पंजाब सरकार लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाइयां कर रही है।
वहीं इसके साथ ही अब राज्य की पुलिस सिटीजन फ्रेंडली सिस्टम लागू कर रही है। विभाग की तरफ से पहले 43 सेवाएं ऑनलाइन मुहैया करवाई जाती थीं, जिनका आंकड़ा अब बढ़ाया गया है। अब इसमें 60 के करीब सेवाओं को सम्लित किया जा रहा है। जिनका लाभ लोग घर बैठे या सांझ केंद्र जा कर उठा पाएंगे।