दोआबा न्यूजलाइन


विदेश/भारत: अमेरिका ने भारत द्वारा काफी सालों से कही जाने वाली बात को अब सच मानकर पाकिस्तान के सरंक्षण में पल रहे TRF यानी The Resistance Front को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट ने अपने आधिकारिक दस्तावेज में साफ लिखा है कि ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) को अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन (FTO और SDGT) घोषित किया गया है। इसके साथ ही भारत के पहलगाम में हुए घातक हमले का इस संगठन को जिम्मेदार माना है।

इस बात की जानकारी अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने दी है। मार्को रुबियो ने इस आतंकवादी संगठन को लश्कर-ए-तैयबा का ही दूसरा रूप बताया, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी समूह है और इसका हेड ऑफिस पाकिस्तान में है। बताया जा रहा है कि अमरीका द्वारा लिए इस फैसले ने न सिर्फ TRF की हकीकत उजागर की, बल्कि पाकिस्तान की उस साजिश का भी पर्दाफाश कर दिया, जो वह सालों से आतंकवाद को ‘आजादी की लड़ाई’ का नाम देकर छिपाता आ रहा था। आज अमेरिका सहित सारी दुनिया वो सच जान गई जिसको भारत काफी समय से दुनिया को बताने कि कोशिश कर रहा है।
कहा यह भी जाता है कि TRF संगठन कश्मीर में आतंकी वारदातों को अंजाम देता है। बता दें कि पहलगाम की बैसरन घाटी में इस साल 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ही ली थी, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 बेगुनाह पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
जानकारी के अनुसार TRF कोई नया संगठन नहीं है, यह लश्कर-ए-तैयबा और हाफिज सईद की पुरानी साजिश का नया नाम है। पाकिस्तान ने इसे इस तरह पेश किया जैसे यह कश्मीर का स्थानीय संगठन हो, जो ‘आजादी’ के लिए लड़ रहा हो। लेकिन हकीकत यह है कि TRF के तार सीधे लश्कर और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े हैं। पाकिस्तान की यह रणनीति पुरानी है। लेकिन भारत ने इस चाल को समझ लिया और दुनिया के सामने सबूत रखे कि TRF लश्कर का ही हिस्सा है। अमेरिका का यह फैसला इस बात का सबूत है कि आतंकवाद की साजिश को कोई लाख कोशिश करे लेकिन छुपा नहीं सकता।