दोआबा न्यूजलाइन

जालंधर: पंजाब के होशियारपुर में प्रवासी व्यक्ति द्वारा एक मासूम बच्चे के अपहरण के बाद हत्या और जालंधर में एक छोटी बच्ची के साथ छेड़छाड़ की कोशिश जैसी घटनाओं के बाद से राज्य में लोगों का गुस्सा प्रवासियों के प्रति भड़क उठा है। इसके चलते कई गांवों की पंचायतों ने प्रवासियों का विरोध करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में आज आदमपुर के नजदीकी गांव डरोली कलां में प्रवासी मजदूरों को लेकर इलाके की पंचायतों की एक आपात बैठक बुलाई गई। इस बैठक में आसपास के कई गांवों की पंचायतों ने हिस्सा लिया और सर्वसम्मति से कई प्रस्ताव पास किए ।

बैठक में कई अहम फैसले लिए गए, जिनमें से एक है कि अब प्रवासियों के आधार कार्ड और वोटर कार्ड नहीं बनाए जाएंगे। जिन प्रवासियों के वोट पहले से बने हुए हैं, उन्हें काट दिया जाएगा। इसके अलावा रात के समय कोई भी प्रवासी न तो गांव में और न ही चौक-चौराहों पर घूम सकेगा। इसके साथ ही पंचायतों ने यह भी निर्णय लिया कि प्रवासियों को गांव के अंदर किसी भी त्योहार मनाने के लिए अब सहयोग और मदद उपलब्ध नहीं होगी। साथ ही गांव का कोई भी व्यक्ति अपनी संपत्ति या मकान प्रवासियों को नहीं बेचेगा। यदि कोई ऐसा करता है तो इसकी जिम्मेदारी खुद उसी की होगी।
वहीं इस बैठक में बोलते हुए जत्थेदार मनोहर सिंह ने कहा कि आने वाले दिनों में 25 से 30 गांवों की एक और बड़ी बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें प्रवासी मजदूरों से जुड़े मुद्दों पर आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।