“युद्ध नशे विरुद्ध” अभियान के तहत की गई कार्रवाई

दोआबा न्यूज़लाईन
पंजाब: पंजाब से नशे की बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए पंजाब पुलिस की चलाई गई मुहीम ‘ड्रग्स पर जंग’ लगातार जारी है। इसी कड़ी में पंजाब पुलिस द्वारा शुक्रवार को विशेष अभियान ‘ऑपरेशन सील-9’ चलाया गया। इस अभियान का उदेश्य पड़ोसी राज्यों से पंजाब में आने या जाने वाले सभी वाहनों की जांच करना था ताकि नशा तस्करों और शराब तस्करों पर कड़ी नजर रखी जा सके।
पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव के निर्देशों अनुसार राज्य के सभी सीमावर्ती जिलों में सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक यह अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान सभी एस.एस.पी. को सीमावर्ती जिलों में रणनीतिक स्थानों पर संयुक्त नाके स्थापित करने और राजपत्रित अधिकारियों/एसएचओ की निगरानी में सीलिंग बिंदुओं पर ‘नाके’ स्थापित करने के लिए अधिकतम जनशक्ति जुटाने के निर्देश दिए गए थे।
इस संबंध में जानकारी सांझा करते हुए विशेष डी.जी.पी. लॉ एंड आर्डर अर्पित शुक्ला ने कहा कि चार सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के साथ सीमा सांझा करने वाले 10 जिलों के लगभग 84 प्रवेश/निकास बिंदुओं पर निरीक्षकों/डी.एस.पी. की देखरेख में 1000 से अधिक पुलिस कर्मचारियों द्वारा चलाई गई मजबूत जांच चौकियां स्थापित की गई हैं। यह अभियान 10 अंतर-राज्यीय सीमावर्ती जिलों पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का, रोपड़, एस.ए.एस. नगर, पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा में चलाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि अभियान के दौरान राज्य में प्रवेश करने वाले/बाहर जाने वाले 3938 वाहनों की रोक कर जांच की गई, जिनमें से 471 के चालान काटे गए तथा 11 को जब्त किया गया।
वहीं इसके अलावा अभियान के दौरान पुलिस टीमों ने मादक पदार्थों के खिलाफ अपना घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) जारी रखा है और शुक्रवार को 687 स्थानों पर छापे मारे, जिसके चलते राज्य भर में 86 एफ.आई.ए. दर्ज करने के बाद 111 मादक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही एक हफ्ते के भीतर कुल संख्या 884 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि छापेमारी के बाद गिरफ्तार नशा तस्करों के कब्जे से 1.2 किलोग्राम हेरोइन, 9.8 किलोग्राम अफीम, 3.3 किलोग्राम गांजा, 46 किलोग्राम चूरापोस्त, 7091 नशीली गोलियां/इंजेक्शन और 1.32 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है। उन्होंने बताया कि 111 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में 2000 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली लगभग 250 पुलिस टीमों ने राज्य भर में छापेमारी की और 787 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब पुलिस ने एक व्यापक रणनीति तैयार की है और राज्य से नशे की समस्या के पूर्ण खत्म होने तक इस तरह के अभियान आगे भी जारी रहेंगे।