Home विदेश ईरान ने सीजफायर तोड़ इजराइल पर दागी मिसाइलें, कहा-दोनों देशों के बीच नहीं हुआ अंतिम युद्धविराम समझौता

ईरान ने सीजफायर तोड़ इजराइल पर दागी मिसाइलें, कहा-दोनों देशों के बीच नहीं हुआ अंतिम युद्धविराम समझौता

by Doaba News Line

दोआबा न्यूज़लाइन

विदेश: अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सीजफायर के ऐलान को ईरान के विदेश मंत्री ने ख़ारिज कर दिया। सीजफायर को ख़ारिज करते हुए उन्होंने कहा कि इजराइल के साथ अभी कोई अंतिम युद्धविराम समझौता नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर इजराइल हमले रोक देता है, तो ईरान भी हमले नहीं करेगा।

https://www.facebook.com/share/r/16i1ndsSKF/

वहीं इसके कुछ ही देर बाद सीजफायर का उलंघन करते हुए ईरान ने इजराइल पर 6 बार बैलिस्टिक मिसाइलें दागी। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट्स के मुताबिक एक मिसाइल बीर्शेबा शहर में एक इमारत पर गिरी। जानकारी के अनुसार हमले में 4 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 20 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं।

हालांकि राष्ट्रपति ट्रम्प के सीजफायर के ऐलान के बाद इजराइल ने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस मामले पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अन्य सीनियर इजराइली अधिकारी की ओर से कोई औपचारिक या सार्वजनिक बयान नहीं दिया गया है। इसलिए सीजफायर को लेकर लेकर स्थिति अभी भी अनिश्चित बनी हुई है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक एक इजराइली अधिकारी ने कहा कि इजराइल और ईरान के बीच सीजफायर तब तक लागू रहेगा जब तक दोनों पक्ष इसका पालन करते हैं। उसने यह भी कहा कि “ट्रम्प ने सीजफायर की घोषणा की है। लेकिन अगर सभी पक्ष इसका पालन करते हैं, तो ही यह जारी रहेगा।”

ईरान-इजराइल जंग में अमेरिका की एंट्री के बाद बिगड़े हालात, ईरान ने अमेरिका को दी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी

इजराइल और ईरान के बीच छिड़ी जंग दिन प्रतिदिन घातक जा रही है। लेकिन अब इस जंग में अमेरिका की एंट्री के बाद हालात और खराब होते दिख रहे हैं। दरअसल अमेरिका ने पहले ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया। ये ठिकाने फोर्डो, नतांज और इस्फहान थे। जानकारी के अनुसार अमेरिका के इस ऑपरेशन में 7 B-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स ने हिस्सा लिया था, जिन्होंने फोर्डो और नतांज न्यूक्लियर ठिकानों पर 13,608 किलो वजनी बंकर बस्टर बम गिराकर उन्हें धवस्त किया।

वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने ईरान में तख्तापलट के मसले पर टिपप्णी करते हुए सोशल मीडिया पर कहा कि अगर मौजूदा ईरानी सरकार ‘ईरान को फिर से महान’ नहीं बना सकती, तो सत्ता परिवर्तन क्यों नहीं होना चाहिए? मेक ईरान ग्रेट अगेन।

बता दें कि अमेरिका और ईरान का यह मुद्दा अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पहुंच गया है। UNSC की आपातकालीन बैठक में ईरान के राजदूत आमिर सईद इरावनी ने कहा कि “अमेरिका ने कूटनीति के रास्ते बंद करने का फैसला किया है”, और अब जवाबी कार्रवाई का समय, तरीका और पैमाना ईरानी सेना तय करेगी। ईरान ने कहा है कि अमेरिका द्वारा देश के परमाणु ठिकानों पर हमले करने पर उन्होंने ‘‘कूटनीति के रास्ते बंद करने का फैसला किया”, अब उसके हमलों पर जवाबी कार्रवाई का वक्त, तरीका और इसका पैमाना क्या होगा इसके बारे में उनकी सेना फैसला करेगी।

वहीं अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की कार्यवाहक राजदूत डोर्थी शी ने बैठक में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी को दोहराते हुए कहा कि ‘‘अमेरिकियों या अमेरिकी सैन्य अड्डों के खिलाफ ईरान के किसी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हमले का करारा जवाब दिया जाएगा।” उन्होंने ईरान द्वारा बीते रविवार बुलाई गई बैठक में कहा कि अमेरिका ने इजराइल और अमेरिकी नागरिकों की रक्षा के लिए यह कदम उठाया है ताकि ईरान को परमाणु हथियार प्राप्त करने से रोका जा सके क्योंकि ईरान ने अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम के बारे में ‘‘भ्रामक” बातें फैलाईं और ‘‘हालिया वार्ताओं में सद्भावनापूर्ण प्रयासों को सफल नहीं होने दिया”।

बता दें कि बीती देर रात इजराइली एयरफोर्स ने ईरान के शाहरुद में बैलिस्टिक मिसाइल का इंजन बनाने वाली फैक्ट्री पर बमबारी की। यह जगह इजराइल से करीब 2000 किलोमीटर दूर है। बतया जा रहा है कि हमले में इंजन बनाने वाली कई मशीनें और जरूरी इक्विपमेंट तबाह हो गए। इसके अलावा इजराइल ने तेहरान, केरमानशाह और हमादान में एयर स्ट्राइक भी की थी।

You may also like

Leave a Comment