Thursday, September 18, 2025
Home जालंधर नगर निगम मामले में सिर्फ रमन अरोड़ा नहीं , भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों की भी जाँच हो -अशोक सरीन हिक्की

नगर निगम मामले में सिर्फ रमन अरोड़ा नहीं , भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों की भी जाँच हो -अशोक सरीन हिक्की

by Doaba News Line

दोआबा न्यूजलाइन

जालंधर : बिते दिनों जालंधर के सेंट्रल हल्के के विधायक रमन अरोड़ा की ,नगर निगम के ए टी पी के मामले में गिरफ्तारी के बाद जालंधर भाजपा के महामंत्री अशोक सरीन हिक्की (एडवोकेट) ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपील करते हुए कहा , कि नगर निगम के अधिकारियों के साथ केवल भ्रष्ट नेताओं की ही मिलीभगत नहीं है, बल्कि लंबे समय से केंद्रीय विधानसभा के अंतर्गत के आते थानों मे तैनात रहे पुलिस विभाग के एस.एच.ओ समेत कुछ पुलिस अधिकारियों ने भी अपने राजनैतिक आकाओं के साथ मिलकर निजी स्वार्थों को पूरा करने के लिए पंजाब सरकार की युद्ध नशे विरुद्ध मुहिम को भी पूरी तरह ख़राब किया है। उन्होंने कहा कि जबरन वसूली कर नशों का कारोबार कर पुलिस विभाग की काली भेड़े जालंधर कमिश्नरेट पुलिस की कारगुजारी पर ठेस पहुँचा रहे है। उन्होंने कहा कि जालंधर के दो चार एस.एच.ओ इस तरह से अवैध कारोबारियों से जुड़े हुए है , जो खुद नशा तस्करों को अपने इलाके में सरक्षण देकर मोटी वसूली कर अवैध कारोबार चलवा रहे है। रामा मंडी थाने मे तैनाती के दौरान जिस तरह वसूली यह भ्रष्ट अधिकारी कर रहे थे। अब उसी तरह अलग थानों मे जाकर भी वह अधिकारी अपने इलाको मे पुलिस की वर्दी का नाजायज लाभ उठाकर वसूली करने पर लगे हुए है। इतना ही नही महीने लेने वाली कारगुजारी को बेख़ौफ़ होकर लागू कर पंजाब सरकार की युद्ध नशे विरुद्ध मुहिम की आढ़ मे खूब कमाई कर रहे है। जिन्होंने निजी रूप से तीन चार नौजवानों को अपने-अपने इलाकों मे तैनात कर दिया है। जो पहले खुद पुलिस रेड करवा रहे उसके बाद पैसों की सैटिंग का खेल चलाकर ईमानदार पुलिस अधिकारियों की कारगुजारी को भी ख़राब कर पुलिस के अक्स को ख़राब कर जनता मे पंजाब सरकार की नशों के खिलाफ मुहिम पर धक्केशाही की मोहर लगाने का काम कर रहे है। इस मामले को लेकर भाजपा नेता अशोक सरीन हिक्की ने कहा इस मामले मे डी.जी.पी पंजाब पुलिस और मुख्यमंत्री तक भ्रष्ट अधिकारियों एवं उनके प्राइवेट पुलिस के दलालो की जानकारी लिखित रूप मे भेजी जा रही है।सरीन ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपील कर कहा लोकहित मे विजिलेंस विभाग समेत खुफिया विभाग से पिछले लंबे समय से केंद्रीय विधानसभा मे तैनात अधिकारियों की तैनाती के दौरान दर्ज हुए मामलों मे नामजद लोगो की सूची और बेगुनाह किए गए लोगो की भूमिका की भी जाँच हो , ताकि नाजायज तरीक़े से नामजद लोगो को इंसाफ़ मिले सके और नई जगह तैनात होकर भ्रष्ट अधिकारी लोगों को अपने स्वार्थों के लिए गलत तरीके से इस्तेमाल कर नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ ना कर सके।

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