दोआबा न्यूजलाइन

पंजाब: PRTC और पनबस कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों की हड़ताल से जुड़ी अपडेट सामने आई है। बताया जा रहा है कि रक्षाबंधन के दिन महिलाओं को परेशान न होना पड़े इसलिए कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल 13 अगस्त तक स्थगित कर दी है। दरअसल सरकार ने करीब एक घंटा 50 मिनट में ही मुलाजिमों की बात सुन ली। बताया जा रहा है कि सरकार ने किलोमीटर स्कीम में बसें डालने का टेंडर स्थगित कर दिया है। पनबस मुलाजिमों के वेतन संबंधी डिपो को बजट जारी कर दिया है। वहीं 13 तारीख को कर्मचारियों की चंडीगढ़ में ट्रांसपोर्ट मंत्री के साथ मीटिंग होगी। इन सभी आश्वासनों के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल छोड़ काम पर लौटने का फैसला लिया है।

वहीं इस आश्वासन के बावजूद कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों ने सरकार को साफ कर दिया है कि हड़ताल को 13 अगस्त तक स्थगित किया गया है। अगर मीटिंग में मांगे पूरी नहीं हुईं, तो 14 अगस्त से वे फिर से हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसके बाद अब पंजाब भर में बसें दोबारा से अपने रूटों पर चलनी शुरू हो गई हैं।
रक्षाबंधन से 1 दिन पहले PRTC-पनबस बसों का चक्का जाम, जानें वजह…
रक्षाबंधन से एक दिन पहले पंजाब में सरकारी बसों का कच्चे कर्मचारियों ने चक्का जाम कर दिया है। जिसके कारण महिलाओं को कल और आज भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। मिली जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार द्वारा PRTC और पनबस कर्मचारियों की मांगे न माने जाने के विरोध में कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी आज हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल के शुरू होने की जानकारी कॉन्ट्रैक्ट यूनियन के प्रधान रेशम सिंह ने दी है। जानकारी के अनुसार आज दोपहर 2 बजे के बाद कच्चे कर्मचारियों ने बस स्टैंड पर बसें खड़ी कर हड़ताल शुरू कर दी है।
इस हड़ताल के बारे में कर्मचारियों का कहना है कि किलोमीटर स्कीम की बसों का टेंडर रद्द करने, वेतन और स्वीकृत मांगों को अंतिम रूप देने को लेकर सरकार ने अब तक उन्हें कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया है। इसी कारण मज़बूरीवश उन्हें यह फैसला लेना पड़ रहा है।
दरअसल कर्मचारियों ने सरकार को आज तक का समय दिया था कि अगर दोपहर तक उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे। मुलाजिमों का कहना है कि उन्होंने सरकार को साफ़ कर दिया था कि हड़ताल का होना या न होना, यह उनके फैसले पर निर्भर करता है। लेकिन उसके बावजूद सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी, जिसके चलते उन्हें बसों का चक्का जाम करना पड़ा।
वहीं उन्होंने सरकार को यह चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्दी कोई कार्रवाई नहीं की, तो वे बसें सड़क पर खड़ी कर रोड जाम करेंगे।अगर कोई फैसला नहीं हुआ, तो हमारी हड़ताल कल भी जारी रहेगी। उनका आरोप है कि सरकार जानबूझकर उनकी अनदेखी कर रही है। वहीं हड़ताल पर बैठे मुलाजिमों का कहना है कि हम भी नहीं चाहते कि लोगों को परेशानी हो, लेकिन अब यह सरकार के हाथ में है कि वह क्या फैसला करती है।