दोआबा न्यूज़लाइन


वडोदरा: गुजरात के वडोदरा पुल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो चुकी है। हालांकि अभी भी 4 लोग लापता बताए जा रहे हैं। NDRF की टीमें लगातार महिसागर नदी में लापता लोगों को रेस्क्यू करने में लगी हुई हैं। आज सुबह भी NDRF की टीम को 2 शव मिले हैं, जबकि 13 शव बुधवार को ही बरामद हो चुके थे। जानकारी के अनुसार इस हादसे में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई है। लेकिन अभी भी 4 लोग लापता बताए जा रहे हैं। जिनकी तलाश में रेस्क्यू टीमें लगी हुई हैं।


गुजरात में गिरा 43 साल पुराना पुल, 5 वाहन नदी में गिरे, 9 लोगों की गई जान
गुजरात के वडोदरा में महिसागर नदी पर बना करीब 43 साल पुराना ब्रिज टूट गया। जानकारी के अनुसार हादसे के वक़्त ब्रिज से कई गाड़ियां गुजर रही थीं। वहीं पुल टूटने पर दो ट्रक, दो कार और एक रिक्शा समेत कुल पांच गाड़ियां नदी में गिर गईं, जबकि एक टैंकर पुल के टूटे सिरे पर फंस गया।
जानकारी के अनुसार घटना में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 8 लोगों को स्थानीय लोगों ने अपनी जान पर खेल कर बहार निकल लिया गया है। जिनमें से 6 लोगों को पादरा अस्पताल और 2 को वडोदरा के सयाजी अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। इस घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई।
वहीं घटना की सूचना पाकर तुरंत फायर ब्रिगेड की 3 टीमें रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंची। बता दें कि 45 साल पुराना यह पुल मध्य गुजरात को सौराष्ट्र से जोड़ता था। वहीं इस पुल के टूट जाने से भरूच, सूरत, नवसारी, तापी और वलसाड जैसे दक्षिण गुजरात के शहर के लोगों को सौराष्ट्र पहुंचने में ज्यादा समय लगेगा। अब इसके लिए अहमदाबाद होते हुए लंबा रास्ता लेना पड़ेगा।
वहीं स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि इस हादसे के लिए पूरी तरह से प्रशासन ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि यह पुल 45 साल पुराना है लेकिन इसकी मरम्मत के लिए प्रशासन ने आंखें मुंदी हुई थीं। कई बार इसके बारे में अधिकारियों को सूचित भी किया जा चुका है, लेकिन उनकी तरफ से कोई कार्रवाई न होने के कारण आज एक बड़ा हादसा हो गया है। जिसमें कई मासूम लोगों कि जान चली गई।