दोआबा न्यूज़लाइन
बासमती चावल के परिवहन में रेलवे की बढ़ती प्राथमिकता
फिरोजपुर: मंडल रेल प्रबंधक संजीव कुमार के मार्गदर्शन में फिरोजपुर मंडल की बिज़नस डेवलपमेंट यूनिट की टीम द्वारा निरंतर चावल व्यापारियों के साथ बैठकों का आयोजन किया गया, जिनमें व्यापारियों ने अपने कारखानों से सीधे गंतव्य स्टेशन तक ‘डोर-टू-डोर’ सेवा की आवश्यकता व्यक्त की। रेलवे ने कॉनकॉर तथा लॉजिस्टिक सेवा प्रदाता कंपनियों के साथ संयुक्त प्रयासों से चावल व्यापारियों का भरोसा जीता है। उत्पादकों का माल सुरक्षित, किफायती, समयबद्ध एवं डोर-टू-डोर सुविधा के साथ रेल मार्ग से परिवहन किया जा रहा है।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक/फ्रेट मनु गर्ग की सक्रीयता से चावल का परिवहन व्यापारियों द्वारा रेल मार्ग से किया जाना, फिरोजपुर मंडल के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। नीरज जैन, पंकज जैन एवं श्रीनिवास रोडवेज द्वारा रेल कॉनकोर एवं बासमती व्यापारियों के बीच समुचित समन्वय स्थापित कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई। अहमदगढ़ कंटेनर फैसिलिटी से चेन्नई तक मेसर्स एमडीडी फूड्स द्वारा बासमती चावल के 10 कंटेनरों की सफल डिलीवरी के पश्चात, विभिन्न व्यापारियों द्वारा अपने बासमती उत्पादों के परिवहन हेतु रेलवे को एक विश्वसनीय और प्रभावी माध्यम के रूप में अपनाया जा रहा है।
इसी क्रम में मेसर्स श्री कृष्णा राइस एंड जनरल मिल्स द्वारा 2 कंटेनरों की मांग की गई है, जिनकी लोडिंग कोटकपूरा स्थित उनकी फैक्ट्री में सफलतापूर्वक पूर्ण कर ली गई है। इसके अतिरिक्त मेसर्स एस.के. राइस मिल्स, लादुका द्वारा भी 2 कंटेनरों की मांग की गई है, जिनकी लोडिंग लादुका स्थित फैक्ट्री में पूरी कर ली गई है। लोड किए गए सभी कंटेनरों को आईसीपीएच, फिल्लौर कंटेनर फैसिलिटी भेजा जाएगा, जहां से इन्हें रेलवे के माध्यम से कमल टेडर्स चेन्नई तक परिवहन किया जाएगा। यह पहल न केवल सुरक्षित और समयबद्ध परिवहन को सुनिश्चित करती है, बल्कि लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में रेलवे की बढ़ती भूमिका को भी दर्शाती है।
व्यापारियों ने बताया कि सड़क मार्ग से माल भेजने में न केवल समय अधिक लगता है, बल्कि परिवहन लागत, जोखिम तथा ट्रकों की उपलब्धता को लेकर भी अनिश्चितता रहती है। इसके विपरीत, रेलमार्ग से होने वाला परिवहन अधिक विश्वसनीय, किफायती और समय-बद्ध साबित हो रहा है। रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई गई ‘डोर-टू-डोर’ सेवा से चावल उत्पादक क्षेत्र के कारोबारी अत्यधिक लाभान्वित हो रहे हैं। सड़क मार्ग की तुलना में काफी बचत हो रही है। साथ ही, रेलवे द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा और निगरानी प्रणाली के कारण माल पूर्ण सुरक्षित स्थिति में गंतव्य तक पहुँच रहा है। फिरोज़पुर मंडल के इन प्रयासों ने न केवल रेल राजस्व में वृद्धि हुई है, बल्कि व्यापारियों का रेलवे के प्रति भरोसा भी जीता है।

