Home जालंधर जालंधर: Proxima और Okay Factory को लेकर हुआ विवाद, CP दफ्तर के बाहर कर्मियों ने किया प्रदर्शन

जालंधर: Proxima और Okay Factory को लेकर हुआ विवाद, CP दफ्तर के बाहर कर्मियों ने किया प्रदर्शन

by Doaba News Line

दोआबा न्यूज़लाइन

जालंधर: शहर के पुलिस कमिश्नर दफ्तर के बाहर ओके फैक्टरी के कर्मियों द्वारा प्रदर्शन किया गया। जहां फैक्टरी कर्मियों का कहना है कि प्रोमिक्स और ओके फैक्टरी को लेकर विवाद चल रहा है। जिसका कोर्ट में केस भी लगा हुआ है। उनका कहना है कि ओके फैक्टरी को 6 सिंतबर तक खाली करने का समय दिया गया है। वहीं प्रोमिक्स फैक्टरी पर आरोप है कि खाकी वर्दी में कुछ व्यक्तियों द्वारा ओके फैक्टरी के कर्मियों से मारपीट की गई। जिसके बाद उन्हें फैक्टरी से बाहर निकाल दिया गया। इस मामले को लेकर आज ओके फैक्टरी के कर्मियों द्वारा पुलिस कमिश्नर दफ्तर के बाहर धरना लगाकर प्रदर्शन किया गया।

इस दौरान कर्मियों का कहना है कि कोर्ट में केस चल रहा है, जहां कोर्ट द्वारा 6 सिंतबर तक फैक्टरी खाली करने का समय दिया गया था, लेकिन प्रोमिक्स फैक्टरी के मालिक द्वारा खाकी वर्दी में कुछ लोगों को ओके फैक्टरी में भेजकर कर्मियों के साथ मारपीट की गई। इस दौरान कर्मियों को धक्के मारकर फैक्टरी से बाहर निकाल दिया गया। कर्मियों द्वारा आज पुलिस कमिश्नर दफ्तर में इंसाफ की गुहार लगाई जा रही है। जहां पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने कहा कि कर्मियों के बयान दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। जिसके बाद मामले में बनती कार्रवाई की जाएगी।

मामले की जानकारी देते हुए पलक ने कहा कि वह ओके फैक्टरी में काम करती है। 10 तारीख को खाकी वर्दी में 100 से अधिक लोग आए और फैक्टरी के कर्मियों में महिलाओं और पुरुषों को धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। पलक ने कहा कि पहले उन्हें लगा कि पुलिस अधिकारी हैं, लेकिन बाद में पता चला कि वह प्रोमिक्स फैक्टरी के सिक्योरिटी वाले थे। पलक का आरोप है कि इस घटना के बाद फैक्टरी के अंदर खाकी वर्दी में आए 30 लोग बैठ गए और फैक्टरी को ताला लगा दिया। कर्मियों का कहना है कि अगर कोई बात है तो वह सीनियर अधिकारियों की आपसी बात है, लेकिन इसमें कर्मियों के साथ धक्केशाही करना निंदनीय है।

कर्मियों का कहना है कि 3 दिन से वह प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई न होने के बाद आज वह पुलिस कमिश्नर दफ्तर पहुंचे हैं। जहां हाथों में तख्तियां पकड़कर उन्होंने मांग की है कि पंजाब पुलिस की गुंडागर्दी बंद करो। दूसरी ओर शरद अग्रवाल ने कहा कि उनके द्वारा ओके फैक्टरी को किसी पार्टी को बेच दिया गया है। इस फैक्टरी की राजिस्ट्री करवा दी गई है, लेकिन फैक्टरी में 200 से अधिक कर्मी फैक्टरी में काम कर रहे थे। इस दौरान प्रोमिक्स फैक्टरी के कुछ बाउंसर आए और उनके द्वारा कर्मियों को धक्के मारे गए और काम बंद करवा दिया गया। शरद अग्रवाल ने कहा कि इस मामले को लेकर आज प्रशासन से बात की गई। शरद ने कहा कि जगह को बेच दिया है, लेकिन अभी कब्जा नहीं दिया है। शरद के अनुसार 6 सिंतबर को फैक्टरी को खाली किया जाना था, लेकिन उससे पहले यह घटना हो गई।

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