Home एजुकेशन JEE एडवांस परीक्षा में सरकारी स्कूलों के 32 बच्चों ने लहराया जीत का परचम, बाकी बच्चों के लिए कायम की एक मिसाल

JEE एडवांस परीक्षा में सरकारी स्कूलों के 32 बच्चों ने लहराया जीत का परचम, बाकी बच्चों के लिए कायम की एक मिसाल

by Doaba News Line

दोआबा न्यूज़लाइन

दिल्ली के पूर्व डिप्टी CM सिसोदिया ने ट्ववीट कर दी जानकारी

पंजाब: जेईई एडवांस-2025 के नतीजों में पंजाब के सरकारी स्कूलों के होनहार विद्यार्थियों ने भी अपनी जगह बना ली है। इस बारी के नतीजों में पंजाब के सरकारी स्कूलों के 32 छात्रों ने जेईई एडवांस की परीक्षा पास कर मिसाल कायम की है। जानकारी के अनुसार इस बहुत ही कठिन परीक्षा में पास होने वाले इन विद्यार्थियों में ज्यादातर बच्चे उन जरूरतमंद परिवारों से हैं, जिनकी महीने की आमदन बहुत ही कम है। इस बात की जानकारी आप पार्टी के पंजाब प्रभारी और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट कर दी है।

पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की X पर पोस्ट

पंजाब के सरकारी स्कूलों के बच्चों की इस शानदार उपलब्धि को आप पार्टी के पंजाब प्रभारी और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर शेयर किया। उन्होंने लिखा कि आज इतिहास बना है। कल तक पंजाब के सरकारी स्कूलों में दीवारें तक नहीं थीं, आज वहां से बच्चों के सपने उड़ान भर रहे हैं.. सीधे IIT तक। इन बच्चों की कहानियां ही इस बदलाव की सबसे बड़ी मिसाल हैं: अर्शदीप, जिसकी मां एक सफाई कर्मचारी हैं और अकेले ही बेटे को पढ़ा रही हैं; जसप्रीत, जिसके पिता की महीने की आमदनी सिर्फ़ ₹7000 है; लखविंदर, जो एक दलित परिवार से है और आज पूरे समाज के लिए प्रेरणा बन गया है।

यह कोई संयोग नहीं है। यह अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की सरकार का शिक्षा मॉडल है। जहाँ अच्छी शिक्षा सिर्फ कुछ खास लोगों का अधिकार नहीं, बल्कि हर गरीब, किसान, मज़दूर, दलित, पिछड़े वर्ग के बच्चे का हक़ है। यह कोई आंकड़ा नहीं … यह एक क्रांति है। जात, धर्म, वर्ग और गरीबी से परे … हर बच्चे को समान अवसर देने की क्रांति। पंजाब बदल रहा है। अब गरीब का बच्चा भी कह सकता है – मेरा सपना IIT है, और मैं उसे हासिल कर के रहूंगा।

जानकारी के अनुसार इस बार जेईई एडवांस परीक्षा पास करने वाले अर्शदीप सिंह की मां एक सफाई कर्मचारी है और वह अकेले ही मेहनत कर अपने बेटे को पढ़ा रही हैं , जबकि जसप्रीत सिंह के पिता महज सात हजार रुपए महीना कमा कर अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे हैं। लेकिन अब यह सभी विद्यार्थी आईआईटी से पढ़ाई कर अपने और अपने परिवार के सभी सपने साकार कर सकेंगे।

बताते चलें कि जेईई मेंस के रिजल्ट में भी पंजाब के सरकारी स्कूलों के 260 स्टूडेंट्स पास हुए हैं। जिनकी बढ़िया कोचिंग के लिए सरकार द्वारा इंतजाम किया गया है, ताकि स्टूडेंट्स को किसी भी दिक्कत परेशानी का सामना न करना पड़े।

You may also like

Leave a Comment