दोआबा न्यूज़लाईन
जालंधर: World Organ Donation Day हर साल 13 अगस्त को मनाया जाता है। अंगदान को रक्तदान की ही तरह महादान माना जाता है। लेकिन फिर भी लोग इसे करने से घबराते हैं क्योंकि इसे लेकर लोगों में कई तरह की गलतफहमियां हैं। इस वर्ष 2024 में यह दिवस मंगलवार को इस नारे के साथ मनाया गया-“आज किसी की मुस्कुराहट का कारण बनें। “
इस वर्ष अंगदाता जागरूकता सप्ताह अभियान का प्रमुख उद्देश्य लोगों को जागरूक करना था। इस कार्यक्रम में आज लाला लाजपत राय कॉलेज आफ नर्सिंग में Organ Donation दिवस के उपलक्ष पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत डॉ. ओंकार सिंह उपस्थित रहे। डॉ. ओंकार एक Urologist हैं जिन्होंने एक लेक्चर के माध्यम से बच्चों के सामने Organ Donation दिवस के साथ जुड़े विभिन्न तथ्यों को रखा। उन्होंने PPT के माध्यम से बच्चों को Organ Donation के बारे में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व अंगदान दिवस सिर्फ जागरूकता बढ़ाने के बारे में नहीं है, बल्कि जीवन देने और बचाने की संस्कृति को बढ़ावा देने के बारे में भी है। यह दिन लोगों को अंग दाताओं की महत्त्वपूर्ण जरूरत तथा अंगदान से कैसे जीवन बचाया जा सकता है, इस बारे में शिक्षित करने में मदद करता है।
वहीं उन्होंने बताया कि अंगदान की प्रक्रिया कैसे होती है तथा अंगदान से जुड़े मिथक, गलत धारणाओं और वास्तविकता पर भी प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में कॉलेज के निदेशक शिव मोदगिल, प्रधानाचार्या नेहा वासुदेव तथा उप-प्रधानाचार्या कृतिका मिश्रा अन्य अध्यापकों सहित उपस्थित रहे तथा उन्होंने बच्चों को अंग दान के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए तथा इस भ्रातियों को दूर करने के उद्देश्य के बारे में बताया।