दोआबा न्यूज़लाईन (देश, राज्य)
भारत के इतिहास में पहली बार अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन शुरू होने वाली है। जो भारतवर्ष के लिए बहुत गर्व की बात है। भारत के पहले अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम तेजी से चल रहा है, जिसे दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। इसे बनाने में प्रति किलोमीटर 120 करोड़ रुपये का खर्च होगा। भारत विकसित देश में अब कुछ भी संभव है, अब पानी के नीचे से भी मेट्रो चलेगी। ये मेट्रो हुगली नदी में बने टनल से होकर गुजरेगी। इस मेट्रो में 6 कोच जुड़े होंगे।
इस अंडरवाटर ट्रेन में बहुत कुछ खास देखने योग्य होगा। साल्ट लेक में हावड़ा मैदान और सेक्टर वी को जोड़ने वाला ईस्ट वेस्ट मेट्रो काॅरिडोर सेक्टर वी स्टेशन और सियालदह के बीच कम दूरी के लिए चालू है, दो छह कोच वाली इन मेट्रो ट्रेन एस्प्लेनेड और हावड़ा मैदान के बीच 4.8 किलोमीटर की दूरी पर ट्रायल रन करेगी। हावड़ा और कोलकाता को जोड़ने वाली अंडरवॉटर मेट्रो में छह स्टेशन हैं, जिनमें से तीन भूमिगत हैं। केएमआरसी के अनुसार भारत की पहली अंडरवाटर मेट्रो सेवा, ईस्ट-वेस्ट मेट्रो काॅरिडोर परियोजना दिसंबर 2023 तक पूरी होने की सम्भावना जताई जा रही है।
सुरंग को बनाने के लिए बेहद खास तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। ये सुरंग पानी के अंदर है। ऐसे में पानी से बचाव के लिए चार सुरक्षा कवच तैयार किए गए हैं। वॉटर ट्रेन की घोषणा करते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ”उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का उदाहरण ये ट्रेन देश में निरंतर हो रही रेलवे की प्रगति का प्रतीक है। इसके बनने से कोलकाता निवासियों को सुविधा, और देश को गर्व का अनुभव होगा।