दोआबा न्यूज़लाईन (जालंधर/क्राइम):
संपादक: सतपाल शर्मा
महानगर में बदमाशों और पुलिस के बीच गोलियां चलने का सिलसिला थम नहीं रहा है। बीती देर शाम बदमाश दविन्द्र सिंह और CIA स्टाफ के बीच ताबड़तोड़ गोलियां चली। मिली जानकारी के अनुसार बीती 15 दिसंबर को जिस बदमाश ने अपने साथियों के साथ मिलकर जालंधर बस स्टैंड के नजदीक ट्रेवल एजेंट की गाड़ी पर गोलियां चलाई थीं और उससे 5 करोड़ की फिरौती की मांग की थी। ये वही बदमाश दविन्द्र सिंह है।
दरअसल फिरौती के लिए कार पर चिपकाए लेटर पर मिले विदेश के फ़ोन नंबर पर पुलिस ने whatsapp से कुछ डिटेल मांगी थी। टेक्निकल इनपुट मिलने के बाद सदर के CIA स्टाफ के इंचार्ज सुरिंदर कुमार ने अपनी टीम के साथ मिलकर बदमाश दविन्द्र को ट्रैप पर लगा लिया। बीती देर शाम दविन्द्र उसी मोटरसाइकिल पर जा रहा था जिसका इस्तेमाल उसने ट्रेवल एजेंट की गाड़ी पर फायरिंग की वारदात के समय किया था। कल देर शाम CIA स्टाफ की टीम उसी मोटरसाइकिल का पीछा कर रही थी तो बदमाश ने उनपर 5-6 फायर कर दिए। गनीमत यह रही कि किसी भी पुलिस वाले को गोली नहीं लगी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी 4-5 राउंड फायर किए, जिनमें से 2 गोलियां दविन्द्र की टांग पर लगीं और वह गिर गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे काबू करके गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि आरोपी दविन्द्र सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे इलाज के लिए जालंधर के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
बताया जा रहा है कि जैसे ही सीनियर अधिकारियों को एनकाउंटर की सूचना मिली, DCP इंवेस्टिगेशन हरविंदर सिंह विर्क, ACP परमजीत सिंह व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। DCP विर्क ने बताया कि अन्य आरोपियों को लेकर भी छापेमारी की जा रही है। वहीं CP स्वप्न शर्मा ने जानकारी दी कि आरोपी दविन्द्र सिंह ने फिरौती के लिए ट्रेवल एजेंट को दी लेटर अपने हाथ से लिखी थी। एजेंट की गाड़ी पर गोलियां भी इसने ही चलाईं थी और उसी वेपन से उसने बीते कल पुलिस पर फायरिंग की है। पुलिस ने उक्त वेपन और घटना में इस्तेमाल हुआ आरोपी का मोटरसाइकिल जब्त कर लिया है। पुलिस कमिश्नर शर्मा ने कहा कि बाकि 2 आरोपियों की भी तलाश की जा रही है। वह भी जल्द पुलिस गिरफ्त में होंगे।
कौन है बदमाश दविन्द्र सिंह और कैसे आया गैंगस्टरों के संपर्क में:
बदमाश दविन्द्र सिंह करतारपुर का रहने वाला है। मिली जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले दविन्द्र सिंह पर पोस्को एक्ट का एक केस दर्ज हुआ था। जिस कारण उसे जेल जाना पड़ा था, बस वहीं उसकी मुलाकात गैंगस्टर चौधरी से हुई थी। कौशल चौधरी ज्यादातर जेल में रहता है। फ़ोन पर संपर्क न होने के चलते उसने दविन्द्र की बात अपने साले से करवाई थी जो विदेश में बैठा हुआ है। सूत्रों से यह भी खबर मिली है कि एजेंट से फिरौती के लिए भी दविन्द्र को सौरव ने ही बोला था। फिरौती के लिए जो लेटर मिली थी उसमें जो शब्दावली थी वह भी सौरव की ही थी। यहां तक की गाड़ी पर फायरिंग करने के लिए जिस वेपन का इस्तेमाल किया गया था वह भी कौशल चौधरी के साले सौरव ने ही दविन्द्र को मुहैया करवाई थी। यह दोनों whatsapp में कालिंग के जरिए लगातार एक-दूसरे से संपर्क में थे। फिलहाल दविन्द्र का फ़ोन पुलिस के कब्जे में है। माना जा रहा है कि पुलिस के हाथ ओर भी इनपुट लग सकते हैं।