दोआबा न्यूज़लाईन
हिमाचल प्रदेश : हिमाचल प्रदेश में सबसे कठिन श्रीखंड महादेव यात्रा रविवार से शुरू हो गई है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु माथा टेकने के लिए पहुंच रहे है। यह यात्रा 27 जुलाई तक चलेगी। मान्यता है कि श्रीखंड की चोटी पर भगवान शिव का वास है। श्रीखंड महादेव मंदिर समुद्र तल से 18,570 फीट की ऊंचाई पर है। इस यात्रा को दुनिया की सबसे खतरनाक ट्रैकिंग वाली धार्मिक यात्राओं में से एक माना जाता है। जिसमें श्रद्धालुओं को 32 किलोमीटर के संकरे रास्ते पर पैदल चलना पड़ता है।
इस दौरान उन्हें बर्फ के 4 ग्लेशियर और चट्टाननुमा पहाड़ियां पार करनी पड़ती हैं। यही नहीं ढांक (खाई के ऊपर खड़ी पहाड़ी) से भी गुजरना पड़ता है। इस दौरान यहां ऑक्सीजन की भी कमी की दिक्कत होती है। श्रीखंड यात्रा के लिए आए श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन की जांच की जाती है इसके बाद यहां से उन्हें पैदल आगे बढ़ने की परमिशन दी जाती है।
गौरतलब है की 2011 से अब तक श्रीखंड यात्रा के दौरान लगभग 42 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। इस बार भी आधिकारिक यात्रा शुरू होने से पहले ही 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।
यात्रा को लेकर प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किये गए है। 5 जगह बेस कैंप, यहां स्वास्थ्य जांच के बाद आगे जाने की इजाजत यात्रा की कठिनाई को लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड पर रहता है।
इसमें सेक्टर मजिस्ट्रेटों और उनके साथ पुलिस अधिकारी या इंचार्ज के अलावा मेडिकल स्टाफ और रेस्क्यू टीमें भी तैनात की गई हैं। यहां दवाओं और ऑक्सीजन की भी व्यवस्था रहती है। जहां स्वास्थ्य जांच के बाद ही श्रद्धालुओं को आगे भेजा जाएगा। यहां ठहरने व खाने-पीने की भी व्यवस्था की गई है। ठहरने के लिए प्राइवेट टैंट तथा खाने के लिए ट्रस्ट द्वारा जगह-जगह लंगर लगाए गए हैं।