दोआबा न्यूजलाइन
जालंधर: पंजाब चंडीगढ़ कॉलेज टीचर्स यूनियन की एचएमवी यूनिट द्वारा एचएमवी कॉलेज कैंपस में दो घंटे धरना दिया गया। पिछले कुछ दिनों से डीएवी मैनेजमेंट कमेटी और प्रिंसिपल द्वारा कॉलेज को ऑटोनोमस (स्वायत्त संस्था) बनाने के प्रयासों को लेकर स्टाफ में विरोध देखा जा रहा है और इसी विरोध के तहत एचएमवी यूनिट द्वारा काले बिल्ले लगाकर दो घंटे का धरना और रोष रैली आयोजित की गई। यह उल्लेखनीय है कि डीएवी कॉलेजों की मैनेजिंग कमेटी और एचएमवी की प्रिंसिपल लंबे समय से कॉलेज को ऑटोनोमस बनाने की कोशिशें कर रही हैं।
इन प्रयासों के विरोधस्वरूप अध्यापक यूनियन द्वारा पिछले दो-तीन दिनों से काले बिल्ले लगाकर विरोध किया जा रहा था और आज के दो घंटे के धरने में यूनिट की प्रधान डॉ. आशमीन कौर, सचिव डॉ. शालू बत्रा, संयुक्त सचिव डॉ. सीमा खन्ना और कार्यकारिणी सदस्य कुलजीत कौर ने संबोधित किया और यूनिट के सदस्यों को ऑटोनोमी से कॉलेज को होने वाले संभावित नुकसानों के बारे में जानकारी दी।
यह भी उल्लेखनीय है कि पंजाब चंडीगढ़ कॉलेज टीचर्स यूनियन और डीएवी कोऑर्डिनेशन कमेटी इस संघर्ष का पूरा समर्थन कर रहे हैं। इसी संदर्भ में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार 25 अप्रैल को शहर में कैंडल मार्च, 26 अप्रैल और 28 अप्रैल को भूख हड़ताल, तथा 29 अप्रैल को दिल्ली में डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी के दफ्तर के बाहर रोष रैली की जाएगी ताकि मैनेजमेंट कमेटी अपने इन प्रयासों पर पुनर्विचार करे।
यूनिट पदाधिकारियों ने बताया कि डीएवी कोऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष डॉ. बी.बी. यादव के दिशा-निर्देशन में डीएवी कॉलेजों के मुद्दे जैसे कि कैस प्रमोशन का मामला, 1925 पोस्टों के तहत काम कर रहे अध्यापकों की पूरी तनख्वाह पर सीपीएफ की कटौती, सातवां वेतन आयोग लागू करना, एरियर की बकाया राशि जारी करना, और कुछ कॉलेजों में वेतन में हो रही देरी आदि डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी की शिक्षक-विरोधी नीतियों के खिलाफ 29 अप्रैल को दिल्ली में आयोजित रोष रैली में भारी संख्या में शामिल होने का आह्वान किया गया है।