दोआबा न्यूजलाईन (देश/राजनीति)
नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंदन टूटने का ऐलान कर दिया गया है। आप पार्टी ने आज विधायकों की मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग के बाद दिल्ली के आम आदमी पार्टी के संयोजक गोपाल राय ने कहा कि विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2025 के शुरुआत में होने वाले हैं। इसलिए आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया हैं कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव वह अकेले ही लड़ेगी। कांग्रेस पार्टी के साथ हमारा गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए ही था।
क्या रही ,हार की वजह
सूत्र बताते हैं कि दिल्ली में AAP और कांग्रेस के गठबंधन के हार की बजह बड़े नेताओं का जेल में रहना। स्वाति मालीवाल से बदसलूकी का मामला ने भी आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ाई। भाजपा ने इसे महिला सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बना लिया। सबसे बड़ी बात चुनाव के दौरान दोनों पार्टीयाँ अपने वोटर्स को एक दूसरे दल में शिफ्ट करने में नाकाम रहीं।
क्या था गठबंधन का सीट शेयर
दिल्ली की सातों सीटों पर AAP – कांग्रेस के गठबंधन में 4 सीटों पर आम आदमी पार्टी और 3 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रहीं थी। लेकिन दिल्ली की सातों सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज कर भाजपा का परचम लहराया। दोनों पार्टीयाँ गठबंधन का फायदा नहीं उठा सकीं।
AAP का ऐलान ,दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगीं
लोकसभा चुनाव में दिल्ली में गठबंधन को करारी हार मिलने के बाद ,आम आदमी पार्टी ने विधायकों की मीटिंग के बाद ,दिल्ली विधानसभा चुनाव जोकि 2025 की शुरुआत में हैं। अकेले लड़ने के फैंसला लिया है। इसलिए आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि हमारा गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव को लेकर था। अब कांग्रेस के साथ हमारा कोई गठबंधन नहीं है। दिल्ली विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी अकेले अपने धम पर लड़ेगी।
ज्ञात हो ,जेल जाने से पहले आप सुप्रीमो का एक टी वी चैनल को दिए गए इंटरव्यू से लग रहा था कि AAP – कांग्रेस का गठबंधन ज्यादा देर तक चलने वाला नहीं है।