दोआबा न्यूज़लाईन
मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के गढ़ा, छतरपुर में आज यानि 26 फरवरी को श्री बागेश्वर जन सेवा समिति द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारा देश महिलाओं के विकास से महिलाओं के नेतृत्व में विकास की ओर आगे बढ़ रहा है। ऐसे में हम सभी को अपनी बेटियों और बहनों को सशक्त और सक्षम बनाने में योगदान देना चाहिए। उन्होंने लोगों से महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर ध्यान देने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे छोटे-छोटे प्रयास उन्हें सशक्त बनाएंगे। उन्होंने महिलाओं को अपनी शिक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए निरंतर प्रयास करने की सलाह भी दी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि हमारी परंपरा में संतों ने सदियों से जनमानस को राह दिखाई है। उन्होंने समकालीन समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाई है। बल्कि उन्होंने जाति, लिंग आदि के आधार पर भेदभाव के खिलाफ भी आवाज उठाई है। चाहे श्री गुरु नानक देव हों, संत रविदास हों, संत कबीर दास हों, मीरा बाई हों या संत तुकाराम हों, सभी ने अपने उपदेशों के माध्यम से लोगों को सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया है। भारतीय समाज में उनके योगदान ने उन्हें सम्मानजनक स्थान दिलाया है। उन्होंने अपने उपदेश में यह भी कहा कि समकालीन आध्यात्मिक गुरू आत्मनिर्भर, सामंजस्यपूर्ण और पर्यावरण के अनुकूल भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।