दोआबा न्यूज़लाईन
1 अपने पैरों और पैरों की उँगलियों की जांच करें, सबसे ऊपर, तलवों , पैरों की उँगलियों के बीच के क्षेत्र का निरिक्षण करें। यदि आपको कोई घाव, लाली, कट, फफोले या चोट लग जाए तो तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें।
2 मौसम के अनुसार अपने पैरों को हल्के गर्म पानी और हल्के साबुन से धोएं। गर्म पानी और कठोर साबुन आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अपने पैरों को अंदर डालने से पहले अपनी उंगलियों या कोहनी से पानी के तापमान का परीक्षण करें। आपका मधुमेह आपके पैरों
से पानी के तापमान को महसूस करना मुश्किल बना सकता है।
3 चौड़े पैरों के जूते पहनें, नुकीले जूते नहीं, पैर के मुताबिक जूते के अंदर, ऊपर और नीचे सोल गदादार हो और फोम पैडिंग भी पूरी हो।
4 अपने जूते पहनने से पहले उनका निरिक्षण करें।
5 याद रखें, हो सकता है कि आपके पैर किसी कंकड़ या अन्य वस्तु को महसूस न कर पाएं, इसलिए अपने जूते पहनने से पहले उनका निरीक्षण जरूर करें।
6 अपने साइज के जूते पहनने से पहले जितना आपका पैर तंग होगा उतना चोट लगने का डर रहेग। फ्लिप फ्लॉप न पहनें।
7 ऐसे फैशनेबल जूते न पहनें जो पैर के किसी हिस्से पर दवाब डालते हों। पैर की समस्यायों से पीड़ित रोगियों को पोडियाट्रिस्ट को दिखाना चाहिए।
8 अपने पैर के नाखूनों को सीधा काटें और कोनों को काटने से बचें। संक्रमण को रोकने के लिए नाखूनों की अच्छी देखभाल महत्वपूर्ण है।
9 सूती मोज़े पहनें जो ढीले हों और हर दिन अपने मोज़े बदलना सुनिश्चित करें ।
10 नंगे पैर चलने से बचें। ज्यादातर लोग गर्म फूटपाथ या रेतीले समुद्र तटों से बचना जानते हैं, लेकिन घर के चारों ओर नंगे पैर चलने से भी घाव या चोट लग सकती है।
11 अपने पैरों पर कभी भी हीटिंग पैड, गर्म पानी की बोतल या इलेक्ट्रिकल कंबल का इस्तेमाल न करें, इससे आमतौर पर छाले होते हैं।
12 एंटीसेप्टिक, कोई भी क्रीम या कोई भी तेल आपकी त्वचा को जला सकता है। अपने डॉक्टर की स्वीकृति के बिना उन्हें कभी भी अपने
पैरों पर इस्तेमाल न करें।
13 पैर की उँगलियों का रंग कला या नीला पड़ जाए, पैरों में सूजन हो तो डॉक्टरी जांच अवश्य कराएं। डायबिटीज के मरीजों को साल में कम से कम एक बार अपने पैरों की जांच जरूर करवानी चाहिए।
14 यदि आपके पैरों में निचे लिखे लक्षणों में से कोई भी लक्षण है तो आपको अधिक बार चेकउप की आवश्यकता हो सकती है। पैरों में चुभन
का एहसास, करंट का अहसास, कीड़ों का चलना जैसे, आग जैसा महसूस होना:- ये सभी शुगर के ठीक न होने के लक्षण या दुष्प्रभाव हैं। इनके बारे में डॉक्टर से परामर्श करें।