दोआबा न्यूज़लाईन (जालंधर/राजनीति)
जालंधर: पंजाब सहित आज जालंधर में भी लोकसभा चुनावों के नतीजे घोषित हो चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार सुबह से मतों की काउंटिंग में आगे चल रहे कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने जालंधर में अपनी जीत का परचम लहरा दिया है। बता दें कि उन्होंने जालंधर से दूसरे नंबर पर चल रहे बीजेपी के कैंडिडेट सुशील कुमार रिंकू को 175993 वोटों से हराया है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार जालंधर सीट से विजेता रहे चरणजीत सिंह चन्नी को 390053 वोट मिले हैं, जबकि भाजपा के सुशील कुमार रिंकू को 214060 वोट मिले। वहीं इस सीट पर आम आदमी पार्टी के पवन कुमार टीनू को 208889, शिरोमणि अकाली दल के मोहिंदर सिंह केपी को 67911 वोट मिले हैं। इन चुनावों में बसपा उम्मीदवार एडवोकेट बलविन्दर कुमार को केवल 64941 वोटें हासिल हुई हैं।
वहीं जीत हासिल करने के बाद चन्नी ने जालंधर के जिला चुनाव अधिकारी कम डिप्टी कमिश्नर डॉ हिमांशु अग्रवाल से जीत का सर्टिफिकेट भी हासिल किया। इस अवसर पर उनका पूरा परिवार उनके साथ था, जिनके साथ विजेता चन्नी ने अपनी जीत की ख़ुशी सांझी की। वहीं जीत घोषित होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चन्नी और कांग्रेस पार्टी के हित में नारेबाजी भी की। मतगणना स्थल के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भारी हुजूम उमड़ा हुआ था। जो अपने विजयी नेता की जीत की ख़ुशी में शामिल होने के लिए पहुंचा था।
बता दें कि जालंधर सीट के अधीन 9 विधानसभा सीटें हैं। जिनमें शहर की जालंधर वेस्ट, नॉर्थ, सेंट्रल और कैंट सीटें शामिल हैं। वहीं देहात में करतारपुर, आदमपुर, फिल्लौर, शाहकोट और नकोदर विधानसभा शामिल हैं। जालंधर में मतगणना के लिए 1 काउंटिंग सेंटर बनाया गया है। जिनमें 800 कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। वहीं मतगणना के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी को रोकने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए के लिए करीब 1000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे।
बता दें कि इस सीट में मुख्य तौर पर त्रिकोणीय मुकाबला था जो कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी, बीजेपी के रिंकू और आप के टीनू के बीच था। इसके अलावा शिअद के मोहिंदर सिंह केपी और बीएसपी एडवोकेट बलविंदर कुमार भी मैदान में थे। 1 जून को लोकसभा चुनावों के दौरान जालंधर सीट पर 59.07 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जोकि बहुत कम थी। लेकिन अगर पिछले उपचुनाव से इसका मुकाबला करें तो फिर भी ज्यादा थी। क्योंकि पिछले लोकसभा उपचुनाव में वोटिंग प्रतिशत सिर्फ 54% ही था। वहीं अगर इस बार के वोटिंग आंकड़ों के हिसाब से देखें तो सबसे ज्यादा वोट जालंधर वेस्ट हलके में करीब 64 फीसदी पड़ी हैं।