दोआबा न्यूजलाईन
जालंधर : जालंधर नगर चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जैसे सोचा था वैसे नतीजे सामने नहीं आये हैं, जिसके बाद अब मेयर बनने में पेच फसा हुआ हैं। इसी बीच कांग्रेस व भाजपा कुछ सीटों पर ही सिमट कर रह गई है। वहीं सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने सिर्फ 38 सीटों पर ही अपनी जीत दर्ज की हैं।
बताते चले कि शहर के कुल 85 वार्डों में चुनाव हुए, जिसमें सिर्फ 50.27 फीसदी वोट पड़े। यह वोट प्रतिशत पिछले चुनाव से करीब 11 फीसदी कम है। इस तरह से 38 सीटें मिलने के बाद आम आदमी पार्टी ने मेयर बनाने को लेकर अपना खेला शुरू कर दिया है।
वहीं बात करें अन्य उम्मीदवारों की, जिनमें बसपा (क) का 1 व आज़ाद 2 उम्मीदवार शामिल हैं। अगर ‘आप’ उक्त उम्मीदवारों को पार्टी में शामिल कर भी लेती है तो भी मेयर बनाने में पार्टी असफल रहेगी। वहीं दूसरी तरफ अगर कांग्रेस व भाजपा एक साथ मिल जाते हैं तो आसानी से मेयर बनाया जा सकता है, लेकिन ऐसा संभव नहीं है।
लेकिन इसी बीच शहर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया हैं। वैसे बात इस निगम चुनाव की करें तो कई बड़े-बड़े दुरदर नेता अपने वार्ड से हारे हैं। जिससे साफ़ पता चलता हैं कि राजनीति में कुछ भी हो सकता हैं। वेस्ट हलके में इस बार बहुत कुछ नया देखने को मिला हैं, जिसे अब दलबदलू नेताओ को यह समझ जाना चाहिए कि जनता अब उनको कोने में कर रही हैं। फिलहाल अब देखना यह होगा कि किस पार्टी का मेयर बनेगा।