दोआबा न्यूज़लाईन
हरियाणा: हरियाणा में अपनी मांगों को लेकर सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर सड़कों पर आ गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार हड़ताल में हरियाणा के लगभग 3 हजार डॉक्टर आज सुबह 8 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। डॉक्टरों की इस हड़ताल से सुबह से ही अस्पतालों में मरीज डॉक्टरों के इलाज न करने के कारण परेशान हो रहे हैं।
बताया जा रहा है कि हड़ताल के दौरान अस्पतालों में न तो किसी मरीज की जांच की जा रही है, OPD ठप है। यहां तक की इस हड़ताल के चलते एमेजेंसी सेवाएं भी ठप कर दी गई हैं। कहा जा रहा है कि हड़ताल के अस्पतालों में डॉक्टर लाशों का पोस्टमॉर्टम भी नहीं करेंगे। इस हड़ताल के दौरान सिविल अस्पताल, SHS व PHC में भी OPD के साथ इमरजेंसी सेवाएं, गायनी में डिलीवरी भी बंद रखी गई है। ऐसे में मरीजों को भरी समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि हर कोई मरीज प्राइवेट अस्पताल में जाकर अपना इलाज नहीं करवा सकता।
सभी सरकारी डॉक्टर 4 महत्वपूर्ण मुद्दों में से 2 मुद्दे (विशेषज्ञ कैडर और PG कोर्स बांड कटौती) कछुए की गति से आगे बढ़ रहे हैं। दो अन्य मुद्दों (सेवा में संशोधन, SMO की सीधी भर्ती को रोकने के नियम और ACP का प्रावधान, केंद्र सरकार के डॉक्टरों के बराबर भत्ते) के संबंध में प्रस्ताव भी DGHS कार्यालय द्वारा शुरू नहीं किया गया है को लेकर हड़ताल पर आए हैं।
वहीं अगर बात करें रेवाड़ी के सिविल अस्पताल कि तो वहां मरीज आस लगाए सुबह से डॉक्टरों का इंतजार कर रहे हैं। पर्ची काउंटर पर भी कोई व्यक्ति नहीं है है। रेवाड़ी में एसोसिएशन के जिला महासचिव डॉ. अभिषेक राव ने बताया कि सरकार की तरफ से डॉक्टरों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे पहले भी आपसी समझौते के बाद डॉक्टरों ने 6 महीने पहले अपना आंदोलन टाल दिया था। अब 6 महीने बाद भी सरकार ने वादे के मुताबिक किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं किया है। जिसको लेकर डॉक्टर आज से फिर हड़ताल पर चले गए हैं।