Friday, September 20, 2024
Home जालंधर संस्कृत भारती मेरे लिए नर्सरी की तरह: डॉ सुधीर शर्मा

संस्कृत भारती मेरे लिए नर्सरी की तरह: डॉ सुधीर शर्मा

by Doaba News Line

दोआबा न्यूज़लाईन

जालंधर/करतारपुर: जालंधर के साथ लगते करतारपुर के गुरु विरजानंद गुरुकुल महाविद्यालय में संस्कृत भारती, पंजाब के सहयोग से भाषा प्रबोधन वर्ग का विधिवत समापन हुआ। इससे पहले शिविर का शुभारंभ मुख्यातिथि प्रसिद्ध समाज सेवक डॉ. सुधीर शर्मा ने ज्योति प्रज्जवलित करके किया, जबकि उत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री नरेन्द्र कुमार मुख्य वक्ता रहे। कार्यक्रम में गुरु विरजानंद गुरुकुल के अध्यक्ष ध्रुव मित्तल बतौर विशेष अतिथि पधारे। इस अवसर पर संस्कृत भारती के प्रदेशाध्यक्ष, पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला के डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने सभी आतिथियों को गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया  

इस अवसर पर मुख्य वक्ता नरेन्द्र कुमार ने बताया कि ईश्वर उत्तम कार्यों के लिए उत्तम लोगों को ही हमेशा चुनता है, संस्कृत भाषा का प्रचार एवं प्रसार उत्तम कार्य है तथा हम सभी को इस नेक कार्य के लिए चुने जाने के लिए भगवान का धन्यवाद कहना चाहिए। वहीं डॉ. सुधीर शर्मा ने कहा कि संस्कृत भारती उनके लिए एक नर्सरी की तरह है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि इस नर्सरी के फूल रुपी छात्र अन्य संस्थानों का दौरा करके वहां भी अपनी सुगंधि फैलाते हुए युवाओं में नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाते हुए उन्हें अपने बड़ों का हमेशा आदर सम्मान करने की प्रेरणा दें।

डॉ सुधीर शर्मा ने यह भी कहा कि संस्कृत भाषा केवल डिग्री और पैसे कमाने के लिए ही नहीं है, बल्कि यह सम्पूर्ण भारतीयता के लिए है।  उन्होंने कहा कि यह भाषा संस्कारों की भाषा है। उन्होंने संस्कृत भारती द्वारा संस्कृत भाषा के उत्थान हेतु विभिन्न शिक्षण संस्थानों में करवाए जा रहे ऐसे कार्यक्रमों के लिए उनकी भरपूर सराहना भी की। वहीं ध्रुव मित्तल ने भाषा की तरक्की के लिए सभी को मिलकर संस्कृत भाषा को भी व्यापार, आयुर्वेद और सरकारी कार्यों के साथ जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

इस अवसर पर सुखदेव राज, प्रो. रवि दत्त कौशिक, निगम स्वरुप, अजय कुमार, शिक्षक अभय, रामलाल, करण, पवन, टेकचंद, रविन्द्र गिरी, जमशेद भगवान, संजीव कुमार व अन्य गणमान्य भी मौजूद थे। अंत में प्राचार्य डॉ. उदयन आर्य ने सभी का आभार व्यक्त किया।

You may also like

Leave a Comment