दोआबा न्यूज़लाईन (देश /राजनीति)
देश :राजनीती के सियासी गलियारों की बात करें तो हर पार्टी जनता को लुभाने के लिए तरह-तरह के दाव-पेच खेलती है। वहीं इसी सियासी खेल में कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आगाज़ कर दिया है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा से पहले भी राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर चुके हैं। इस यात्रा में उन्होंने कन्याकुमारी से कश्मीर तक का सफर तय किया था।
वहीं भारत जोड़ो न्याय यात्रा की बात करें तो देश में शांति और न्याय का दौर लौटाने का वादा करते हुए राहुल गाँधी ने इस यात्रा का प्लान किया है। आधिकारिक तौर पर इसकी शुरुआत मणिपुर से हो चुकी है। ये यात्रा 20 मार्च को जाकर मुंबई में खत्म होगी। भारत न्याय यात्रा 14 राज्यों के 85 जिलों से होकर गुजरेगी। मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीगढ़, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से भारत न्याय यात्रा गुजरने वाली है। लोकसभा चुनाव से पूर्व शुरू हुई न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने देश की जनता के सामने बराबरी और भाईचारे के साथ विकास का नया विजन पेश करने का ऐलान करते हुए कहा कि आम लोगों के मन की बात सुनने के बाद कांग्रेस पार्टी नया विजन लेकर आएगी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा दौरान राहुल गाँधी रोजाना आठ-दस किमी पैदल और करीब 80 किमी बस से चलेंगे। यात्रा दौरान राहुल के साथ कई लोग जुड़ रहे है।
राहुल गांधी ने लिखा, “जब तक लोगों को न्याय नहीं मिल जाता, हम हर दरवाजा खटखटाएंगे। हर गली, हर मोहल्ले और संसद पर तब तक दस्तक देंगे, जब तक लोगों को न्याय नहीं मिल जाता। सहो मत…डरो मत!” उन्होंने कहा कि मणिपुर आरएसएस और भाजपा की अन्याय तथा नफरत की राजनीति का प्रतीक बन गया है और इसीलिए पूरब से पश्चिम भारत की अपनी यात्रा का यहां से आगाज़ किया है।