दोआबा न्यूज़लाईन (जालंधर/राजनीति)
(पूजा मेहरा) जालंधर से कांग्रेस उम्मीदवार सरदार चरनजीत सिंह चन्नी ने जीत हासिल की है। राजनीति समीकरण की बात करें तो उम्मीदवार अपने-अपने हलकों से ही हार गय। इसका अर्थ यह है कि लोग उन्हें दरकिनार कर रहे हैं। हारने का बड़ा फेक्टर एक दलबदली भी रहा। आम जनता ने बता दिया , कि तराजू अभी भी उनके हाथ में ही है।
सुशील कुमार रिंकू की बात करें तो जब वह कांग्रेस में थे, तो वेस्ट में उनकी पकड़ अच्छी थी, इसके बाद वह आम आदमी पार्टी में गए और पिछली लोकसभा का चुनाव जीता था। भाजपा में आने के बाद से लोग उनसे खफा थे, इसी कड़ी में इस बार रिंकू अपने ही हल्के से हारे है।
इसी तरह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पवन कुमार टीनू भी आदमपुर से हारे है। गौरतलब है कि BJP को नार्थ व सेंट्रल से लीड मिली है।
1 जून जालंधर लोकसभा सीट पर कुल 59.5 % मतदान हुआ था। कुल 1951 पोलिंग बूथ पर जनता ने वोट डाली थी। इसी कड़ी में कांग्रेस से उम्मीदवार चरनजीत सिंह चन्नी, भाजपा से उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू, आम आदमी पार्टी से उम्मीदवार पवन कुमार टीनू, शिरोमणि अकाली दल से मोहिंदर सिंह केपी, बसपा से उम्मीदवार एडवोकेट बलविंदर कुमार के बीच कडा मुकाबला था। लेकिन शुरुआती दौर में ही कांग्रेस ने बढ़त बना ली थी और आगे चल रही थी। वहीं दूसरे नंबर पर भाजपा और तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी चल रही थी।