दोआबा न्यूज़लाईन
केरल : केरल के त्रिशूर जिले के एक गांव में अफ़्रीकी स्वाइन फीवर फैलने के मामले सामने आये है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानाकरी दी। अफ़्रीकी स्वाइन फीवर एक जानलेवा और संक्रामक रोग है। जो पालतू और जंगली सुअरों को अपनी चपेट में ले लेता है। यह संक्रमित सुअर के शरीर से निकलने वाले तरल पदार्थ के प्रत्यक्ष संपर्क में आने पर एक सुअर से दूसरे सुअर में आसानी से फैल सकता है।
अधिकारी ने बताया कि त्रिशूर के जिलाधिकारी ने त्रिशूर जिले के मदक्कथारा पंचायत में निजी फार्म के 310 सुअरों को मरने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि 14वें वार्ड में वलियांतरा कुटुलपुझा बाबू के खेत में सुअरों में स्वाइन फीवर होने का पता चला था। जिला कलेक्टर ने जिला पशुपालन अधिकारी ने सुअरों को मारने और उन्हें दफ़नाने का निर्देश दिया है।
आगे उन्होंने कहा कि डॉक्टर, पशुधन निरीक्षकों और परिचारकों की एक टीम सुअरों को मारने का काम करेगी। वहीं कीटाणु न फैल सके इसके लिए भी उपाए किये जायेगे। प्रभावित खेत के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्र को रोग प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है। वहीं 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्र को रोग निगरानी क्षेत्र घोषित किया गया है।