जालंधर: नकोदर के सिविल अस्पताल में बढिया स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पारदर्शी और कुशल प्रणाली बनाने के साथ मरीजों एवं डॉक्टरों के कीमती समय को बचाने के लिए अगले महीने से इंटीग्रेटिड हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया जाएगा। इस सिस्टम से स्वास्थ्य सेवाओं की डिलीवरी पूरी तरह से डिजिटल हो जाएगी और ओपीडी से आईपीडी, लैब रिपोर्ट, फार्मेसी आदि की भी डिलीवरी आसान ढंग से होगी।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेते हुए डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने कहा कि ओपीडी रजिस्ट्रेशन से लेकर लैब/डायग्नोस्टिक रिपोर्ट और फार्मेसी स्लिप ऑनलाइन होगी और मरीज की पूरी जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा डिजिटल ढंग से दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस सिस्टम से जहां मरीजों एवं डॉक्टरों का कीमती समय बचेगा, वहीं दूसरी तरफ अधिक प्रभावी ढंग से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना सुनिश्चित होगा।
इस दौरान डिप्टी कमिश्नर सारंगल ने सिविल अस्पताल के अधिकारियों को कैथ लैब के लिए उचित स्थान ढूंढने को भी कहा। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को कैथ लैब के लिए जल्द से जल्द नया प्रस्ताव भेजने के भी आदेश दिए ताकि इसे सरकार को भेजा जा सके। इस दौरान उन्होंने सिविल सर्जन दफ्तर को मौजूदा स्थान से दूसरी जगह बदलने की स्थिति की भी समीक्षा की क्योंकि वहां 100 बेड वाला क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) स्थापित किया जाना है। इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) मेजर डा. अमित महाजन, डीएमसी ज्योति शर्मा आदि भी मौजूद रहे।