दोआबा न्यूजलाइन

फगवाड़ा: फगवाड़ा के जीएनए विश्वविद्यालय के जीएनए बिजनेस स्कूल ने आईसीएसएसआर (भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद) उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रीय केंद्र, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ द्वारा प्रायोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफल आयोजन किया। यह संगोष्ठी “शिक्षा में डिजिटल परिवर्तन: बेहतर शिक्षण के लिए प्रौद्योगिकी का एकीकरण” विषय पर आधारित थी और 22 मार्च 2025 को जीएनए विश्वविद्यालय, फगवाड़ा के परिसर में आयोजित हुई।
इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं ने भाग लिया। संगोष्ठी में डिजिटल नवाचारों के माध्यम से शिक्षा के बदलते परिदृश्य पर विचार-विमर्श किया गया। इसमें प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा के अनुभव को समृद्ध बनाने, समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षा क्षेत्र की समकालीन चुनौतियों का समाधान करने जैसे विषयों पर चर्चा की गई।
इस संगोष्ठी में उत्तरी भारत के 20 विभिन्न संस्थानों से 45 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जो इस क्षेत्र में अकादमिक रुचि को दर्शाता है। संगोष्ठी में शिक्षा में डिजिटल परिवर्तन से संबंधित विभिन्न विषयों पर 8 तकनीकी सत्र आयोजित किए गए।
कार्यक्रम में जीएनए विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ. हेमंत शर्मा, अकादमिक एवं सिस्टम और ऑपरेशन्स डीन एवं आईक्यूएसी निदेशक डॉ. मोनिका हंसपाल और जीबीएस डीन डॉ. समीर वर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रही। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, फगवाड़ा के वरिष्ठ डीन एवं प्रोफेसर डॉ. राजेश वर्मा ने मुख्य भाषण दिया।
तकनीकी सत्रों की अध्यक्षता प्रतिष्ठित शिक्षाविदों द्वारा की गई, जिनमें शामिल थे:
डॉ. दीपक पांडे, प्रोफेसर, जी.एल. बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, ग्रेटर नोएडा
डॉ. ममता चावला, एसोसिएट प्रोफेसर, एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
डॉ. आशीष सहिजपाल, एसोसिएट प्रोफेसर, यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल, पंजाब विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र, लुधियाना
डॉ. अंकित धमीजा, एसोसिएट प्रोफेसर, मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर
डॉ. राजप्रीत कौर, असिस्टेंट प्रोफेसर, आईकेजी पीटीयू
जीएनए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सरदार गुरदीप सिंह सिहरा ने सभी प्रतिभागियों और योगदानकर्ताओं को उनकी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और सक्रिय भागीदारी के लिए सराहा। उन्होंने आयोजकों को भविष्य में भी ऐसे आयोजन करने के लिए प्रेरित किया।
जीएनए विश्वविद्यालय ने सभी शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, छात्रों और पेशेवरों का इस विचारोत्तेजक कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। अधिक जानकारी के लिए जीएनए विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।