Sunday, November 24, 2024
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‘फतेह’ का नारा बोल आगे बढ़ रहे किसान, पुलिस और किसान आमने-सामने

by Doaba News Line

दोआबा न्यूज़लाईन (पंजाब/देश)

देश में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के करीब तीन साल बाद एक बार फिर से पंजाब-हरियाणा के किसानों ने आवाज उठाई है। संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के संबंध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने का ऐलान किया है। इस आंदोलन को देश के 200 से अधिक किसान यूनियनों का समर्थन हासिल है।
राजधानी में धारा 144 लागू कर दिया गया है। हरियाणा और दिल्ली में कई स्थानों पर कंक्रीट के बैरिकेड, सड़क पर बिछने वाले नुकीले अवरोधक और कंटीले तार लगाकर पड़ोसी राज्यों से लगी सीमाओं को किले में तब्दील कर दिया गया है। इस दौरान जवान और किसान दोनों आमने-सामने है। भारी संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे है। जवान और किसानों के बीच मुठभेड़ भी देखने को मिल रही है। इस मुठभेड़ में दोनों घायल भी हुए है।

सयुंक्त किसान मोर्चा आज करेगा पूर्णतोर पर भारत बंद

आज सयुंक्त किसान मोर्चा ट्रेड, यूनियन के साथ मिलकर पूर्णतौर पर भारत बंद करेगा। आम जानत को किसानों ने अपील की है की सभी इस हक्क की लड़ाई में साथ दें और इस बंद की काल का समर्थन करें। भारत बंद के तहत विरोध प्रदर्शन सुबह 6 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक चलेगा।

कई इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद

हरियाणा सरकार ने 11 से 13 फरवरी तक सात जिलों – अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है।

10 मांगों पर सरकार तैयार, लेकिन MSP पर अभी भी बनी तकरार

किसान फतेह का नारा देते हुए आगे बढ़ते हुए नजर आ रहे है। सरकार बार-बार किसानों से बैठक करने को तैयार बैठी है। इन सब के बीच सरकार किसानों की 10 मांगों पर ओके की मोहर लगा चुकी है, लेकिन MSP पर अभी भी दोनों की तकरार बनी हुई है। यह तकरार कब तक पटरी पर आएगी और इसके कारण क्या खोना होगा इसका फैसला समय ही करेगा। सरकार का कहना है की अगर इसे लागू किया गया तो अर्थवयवस्था और महंगाई पर इसका सीधा असर पड़ेग।

हरियाणा और दिल्ली में किसी रूट पर प्रदर्शन की इजाजत नहीं

किसानों के प्रदर्शन को लेकर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सख्त हो चुकी हैं। इस बार प्रशासन द्वारा किसानों को प्रदर्शन के लिए हरियाणा और दिल्ली में किसी भी रूट पर आधिकारिक इजाजत नहीं दी गई है। जबकि पिछली बार प्रदर्शन की चुनिन्दा रूट पर इजाजत दी गई थी। लेकिन फिर भी हर मुश्किल को पार कर किसान आगे बढ़ रहे है।

रेलवे ट्रैक भी किये जाम

पंजाब के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) ने पंजाब भर में 12:00 बजे से लेकर 4:00 बजे तक रेलवे ट्रैक जाम किये। इस बारे में किसान नेता ने कहा की भारतीय किसान यूनियन ने दिल्ली जा रहे किसानों को रास्ते में रोकने, उनके ऊपर आंसू गैस छोड़ने और लाठी चार्ज के विरोध में यह फैसला लिया है। हालांकि, भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) किसानों के दिल्ली कूच आंदोलन का हिस्सा नहीं है।

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