दोआबा न्यूजलाइन

जालंधर: आजकल की स्ट्रेस भरी जिंदगी में लगभग हर इंसान किसी न किसी बीमारी से पीड़ित है। लोगों में शुगर, ब्लड प्रेशर, हार्ट से संबंधी और अन्य बीमारियां आजकल आम देखने को मिल रही हैं। जिसकी कई वजह हैं जैसे- स्ट्रेस, जंक फूड, बिगड़ी हुई स्लीपिंग हैबिट्स और अन्य जिनकी वजह से आज ज्यादार लोग कम उम्र में इन रोगों के शिकार हो रहे हैं। इसी कड़ी में हम जालंधर के टैगोर अस्पताल और हार्ट केयर सेंटर में पहुंचे हैं। जहां हम टैगोर अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर और हार्ट स्पेशलिस्ट विजय महाजन से बात कर जानेंगे कि कैसे लोग हार्ट संबंधी बिमारियों को लेकर फैली भ्रांतियों को जानें और कैसे अपने हार्ट को हैल्थी रखें।


दोआबा न्यूज़लाइन से बात करते हुए डॉ विजय महाजन ने लोगों की सबसे बड़ी भ्रांति को दूर किया कि दिल छाती के बायीं तरफ नहीं बल्कि बीच में होता है। उन्होंने कहा कि कई बार लोग हार्ट अटैक की दर्द को पेट में गैस की दर्द ही समझते हैं। जबकि डॉ साहब ने बताया कि छाती के बीच में दर्द हार्ट अटैक का लक्षण भी हो सकती है। वहीं इसके साथ ही डॉ महाजन ने हार्ट अटैक के कई लक्षण बताए हैं जैसे- छाती के बीच में दर्द उठकर बाजुओं, जबड़े में जाए, एकदम से अत्यथिक पसीना आना, कमजोरी महसूस होना आदि।

हार्ट संबंधी बीमारियों के कारण
इसके साथ ही डॉ महाजन ने बताया कि पहले के समय में हार्ट संबंधी बीमारियां 50 साल की उम्र के बाद शुरू होतीं थी लेकिन आजकल हम देख रहे हैं कि छोटे बच्चों को भी हार्ट अटैक आ रहे हैं। जिसके कई कारण हैं जैसे- बच्चों और युवाओं जंक फूड का ज्यादा इस्तेमाल, तला भुना खाना, पश्चमी सभ्यता का असर, स्मोकिंग और शराब पीना, फिजिकल एक्टिविटी का न होना, शारीरिक क्षमता से भारी एक्सरसाइज सहित अन्य कई वजह हैं जो हार्ट अटैक का कारण बन रही हैं।
हार्ट को कैसे रखें हैल्थी
वहीं इस दौरान डॉ महाजन ने यह भी बताया कि हार्ट को हैल्थी रखने के लिए अपनी खुराक का ध्यान रखें, एक्सरसाइज करें, फिजिकल एक्टिविटी को रूटीन में शामिल रखें, जंक फूड को अपने खानपान से बाहर करें, आउटडोर खेल खेलें, अपने खाने में फल और हरी सब्जियों का ज्यादा इस्तेमाल करें। उन्होंने यह भी बताया कि आजकल 20 या 25 साल की उम्र में लोगों को हार्ट चेकअप समय- समय पर करवाना चाहिए ।
अंत में डॉ विजय महाजन ने यह भी बताया कि टैगोर अस्पताल की तरफ से पंजाब और हिमाचल में हार्ट चेकउप कैंप लगाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि अब तक टैगोर अस्पताल 300 के लगभग फ्री कैंप करवा चुका है।