दोआबा न्यूज़लाईन (जालंधर/शहर) पूजा मेहरा
जालंधर: पंजाब सरकार द्वारा 58 वर्ष से अधिक उम्र की आशा वर्करों और फैसिलिटेटरों को अचानक विभाग से बर्खास्त करने के विरोध में डेमोक्रेटिक आशा वर्कर्स फैसिलिटेटर यूनियन जिला जालंधर ने आज कंपनी में जिला स्तरीय रैली निकाली। इस दौरान मनदीप कौर बिलगा और जिला अध्यक्ष गुरजीत कौर शाहकोट के अलावा डी.एम.एफ. जिला अध्यक्ष हरिंदर दुसांझ और महासचिव कुलविंदर सिंह जोशान ने कहा कि पंजाब सरकार ने सेवानिवृत्ति की आयु 58 वर्ष निर्धारित कर आशा वर्करों और फैसिलिटेटरों की 17 साल की लंबी सेवा की उपेक्षा की और 31 मार्च के बाद उन्हें खाली हाथ छोड़ दिया।
इस रैली से पंजाब में हजारों आशा कार्यकर्ताओं और फैसिलिटेटरों को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने वादा किया था कि सरकार बनते ही आशा कार्यकर्ताओं का पारिश्रमिक दोगुना किया जाएगा और न्यूनतम वेतन के दायरे में लाया जाएगा। लेकिन आशा ने वृद्धि को दोगुना करने के बजाय कार्यकर्ताओं और फैसिलिटेटरों को खाली हाथ घर जाने का आदेश देकर दोहरा विश्वासघात किया है। पंजाब सरकार की इस जानबूझकर की गई कार्रवाई से पंजाब सरकार का मजदूर विरोधी चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो गया है।