दोआबा न्यूज़लाईन
जालंधर(पूजा मेहरा) : जालंधर वेस्ट उपचुनाव के नतीजे घोषित हो गए है। इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने अपना कब्ज़ा कर लिया है। आप कैंडिडेट मोहिंदर भगत ने जीत हासिल की हैं। दूसरे नंबर पर भाजपा और तीसरे पर कांग्रेस रही। बताते चले की आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला था। कांग्रेस की सुरिंदर कौर को 16757,आम आदमी पार्टी के मोहिंदर भगत को 55, 246 और बीजेपी के शीतल अंगुराल को 17921 वोट पड़ी है। जीत के बाद आप वर्करों में ख़ुशी की लहर है। डोल बजाकर खुशियों का जश्न मनाया जा रहा है। वेस्ट उपचुनाव में 13 चरणों में नतीजे घोषित किये गए, लेकिन पहले 3 चरणों में ही स्तिथि साफ़ हो गई थी। क्योंकि मोहिंदर भगत सभी उम्मीदवारों से आगे चल रहे थे।
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जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए AAP कैंडिडेट मोहिंदर भगत ने कहा कि मैं जालंधर वेस्ट की जनता का आभारी हूं। उन्होंने मुझ पर भरोसा किया। मैं अपने वादे पूरे करूंगा। मेरा परिवार जनता की सेवा करता रहा है। मैं भी जनता के बीच रहूंगा।
लोकसभा चुनाव 2024 में इस सीट पर कांग्रेस पार्टी पहले स्थान पर थी। बीजेपी दूसरे स्थान पर थी और आम आदमी पार्टी तीसरे स्थान पर थी। इस उपचुनाव में स्थिति बिल्कुल उलट है। इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी पहले स्थान पर थी। बीजेपी दूसरे स्थान पर थी और कांग्रेस तीसरे स्थान पर थी।
पूर्व सांसद सुशील कुमार रिंकू ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिख कर आम आदमी पार्टी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि
जालंधर वेस्ट उपचुनाव में सरकार की जीत की वजह सिर्फ जनता को पैसा खिलाना। यह सीधेतौर पर लोकतंत्र की हत्या है। रिंकू ने कहा पार्षदों और कई अन्य नेताओं को खरीदा गया और पदों का लालच दिया गया। यहां तक कि कुछ लोगों को खुश करने के लिए गनमैन भी दिए गए। लोगों को डराया गया कि सरकार के ढाई साल बचे हैं, जिससे लोगों में दहशत पैदा हो गई। मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए पैसे, शराब, राशन, सूट बांटे गए।
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गौरतलब है कि10 जुलाई को जालंधर वेस्ट उपचुनाव के लिए 54.90% मतदान हुआ था। यह उपचुनाव आप विधायक शीतल अंगुराल के भाजपा में जाने के बाद करवाए गए। इस चुनाव को इसीलिए भी खास माना गया क्योंकि पंजाब सीएम भगवंत मान ने इस सीट को जिताने के लिए पूरा जोर लग दिया था।
कौन हैं मोहिंदर भगत, आइये एक नजर मारते है उनके राजनीतिक सफर पर
मोहिंदर भगत 2023 में जालंधर लोकसभा उपचुनाव के समय भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। 1997 से 1999 तक मोहिंदर भगत पंजाब भाजपा के एससी मोर्चा के महासचिव रहे। वह पंजाब भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। भगत ने 2022 में जालंधर वेस्ट से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। वे आप के शीतल अंगुराल से हार गए थे। भगत भाजपा के दिग्गज नेता चुन्नी लाल भगत के बेटे हैं और 1997 से ही राजनीति में हैं। भगत चुन्नी लाल तीन बार विधायक रह चुके हैं और पंजाब सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।