दोआबा न्यूज़लाईन (जालंधर/राजनीति) पूजा मेहरा
जालंधर: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के जालंधर से लोकसभा उम्मीदवार एडवोकेट बलविंदर कुमार ने कहा कि वह हमेशा प्रशासन का सम्मान करते आए हैं, लेकिन उन्हें इस बात की हैरानी है कि चुनाव आचार संहिता के दौरान भी जिला प्रशासन की ओर से उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा, कांग्रेस, आप पार्टियों के उम्मीदवारों के पास सुरक्षा है, तब सिर्फ बतौर बसपा उम्मीदवार वही हैं, जिन्हें सुरक्षा नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रशासन की ओर से यह कहा जा रहा है कि चुनाव आचार संहिता के दौरान सभी को बराबर रखना है, दूसरी ओर हमारे साथ गैरबराबरी वाली स्थिति बनाकर रखी गई है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता के साथ-साथ यह सुरक्षा का भी मामला है। एडवोकेट बलविंदर कुमार ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में जालंधर सीट पर उन्हें 2 लाख करीब 5 हजार वोट पड़े थे और साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी करतारपुर विधानसभा हलके में उन्हें करीब 34 हजार वोट पड़े थे। एडवोकेट बलविदर कुमार ने कहा कि इतने बड़े स्तर पर लोगों का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद प्रशासन ने कभी उन्हें सुरक्षा देने पर विचार नहीं किया। सुरक्षा के मामले में प्रशासन की ओर से फैसले अधिकतर राजनीतिक प्रभाव में ही लिए जाते हैं, जिसमें सिर्फ सत्ताधारी पक्ष से संबंधित हितों को अधिकतर महत्व दिया जाता है, जबकि अन्य की अनदेखी की जाती है।
उन्होंने कहा कि हालांकि अब चुनाव आचार संहिता लागू हो चुकी है और सिविल व पुलिस प्रशासन की ओर से राजनीतिक प्रभाव से मुक्त होकर फैसले लिए जाने चाहिए, क्योंकि हमें लगता है कि बिना किसी आधार के हमें सुरक्षा देने से किनारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी वह 16 अप्रैल को जिला चुनाव अधिकारी डॉ. हिमांशु अग्रवाल और पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा के साथ भी बातचीत कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अभी भी सिर्फ आश्वासन ही दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता के दौरान प्रशासन हमसे तो उम्मीद करता है कि हम उनके सभी नियम मानें, लेकिन हमारे प्रति कोई जवाबदेही नहीं है। इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी कहा कि उनके कई डुप्लीकेट पेज फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी बनाए गए।
इस संबंधी उन्होंने कमिश्नरेट पुलिस को शिकायत भी दी, लेकिन इस मामले में भी जल्द कार्रवाई करनी जरूरी नहीं समझी गई। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी प्रशासन, खासतौर पर पुलिस का हमारे प्रत्ति रवैया बहुत पक्षपाती था। हमारे ऊपर नाजायज पाबंदियां लगाई गईं और हमारे वर्करों के घरों में जाकर भी कमिश्नरेट पुलिस की और से हमारे फ्लेक्स फाड़े गए। मौजूदा समय में प्रशासन के हमारे प्रति रुझान से भी ऐसा ही प्रतीत होता है कि प्रशासन द्वारा आगे जाकर हमारे साथ ओर भी पक्षपात किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पहले भी आप सरकार के दौरान हमारे खिलाफ बिना किसी जुर्म के पुलिस की ओर से झूठे पर्चे डाले गए थे। ताकि हम आप की जनविरोधी नीतियों का विरोध ना कर सकें। हमारे साथ पक्षपात करने का मामला अभी भी ज्यों का त्यों बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन की ओर से हमारे साथ इसी तरह पक्षपाती रवैया जारी रहा तो इसका सख्त विरोध किया जाएगा।
इस मौके पर बसपा नेता गुरमेल चुंबर, जसवंत राय, जगदीश शेरपुरी, सुखविंदर बिट्टू, मदन मद्दी, विजय यादव, बलविंदर रल्ल, जगदीश दीशा, परमजीत मल्ल आदि भी मौजूद थे।