दोआबा न्यूज़लाईन (धर्म) काजल तिवारी
धर्म: शनिदेव को न्याय के देवता, कर्मफल दाता और ग्रहों का राजा माना जाता है। नवग्रहों में सबदे ज्यादा शक्ति शाली शनिदेव को माना जाता हैं। क्योंकि उन्हें कठोर दंडदाता के रूप में जाना जाता है। लेकिन शनिदेव केवल दंड नहीं देते, बल्कि वे कर्मो का फल देते हैं। जो जैसा कर्म करता है उसको वैसा फल मिलता है। अगर आपने किसी के साथ गलत किया है तो आपके साथ भी गलत ही होगा।
शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव बुरी तरह से घायल हो गए और उन्हें पीड़ा होने लगी। पीड़ा को देखते हुए शनिदेव को हनुमान जी ने सरसों का तेल लगाया। जिससे शनिदेव को आराम मिला। देखते ही देखते कुछ समय में शनिदेव का पूरा दर्द खत्म हो गया। शनिदेव ने कहा कि जो भी भक्त सच्चे मन से तेल चढ़ाएगा, उसे सारे संकट दूर होंगे। इसके बाद से ही शनिदेव को शनिवार को तेल चढ़ाने की परंपरा शुरू हो गई।
मान्यता है कि जब भी आप सच्चे दिल से शनि महराज को तेल, काला उर्द और गुढ़ चढ़ाते है तो शनि महराज आपके ऊपर खुश होते है और आपके ऊपर उनका क्रोप कम होने लग जाता है। जो इंसान शनि महराज को खुश कर लेता है। उसके सारे काम आराम से बनते जाते हैं। पुराणों के अनुसार शनिवार के दिन ही शनिमाहराज को तेल काला उर्द चढ़ाया जाता है।