दोआबा न्यूज़लाईन
जालंधर (पूजा मेहरा) :पावरकॉम के सीएचबी लखबीर चुंबर पुत्र राम लुभाया की मंगलवार को लखनपाल गांव में 25 केवीए की सिंगल लाइन से करंट लगने से मौत हो गई। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। लखबीर कुंवारा था और उसके घर में बुजुर्ग माँ और छोटा भाई हैं। घटना की वीडियो ट्रांसफार्मर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। लखबीर जालंधर सर्किल के अधीन आती फगवाड़ा डिवीजन के तहत काम कर रहा था और संधा एंड कंपनी में बतौर सीएचबी मुलाजिम तैनात था।
इस घटना के बाद यूनियन के सदस्यों का कहना है कि सीबीएस यानी कच्चे कर्मचारियों को ट्रेनिंग का कोई प्रबंध नहीं है,जबकि पक्के मुलाजिमों को हर महीने ट्रेनिंग दी जाती है। यूनियन की मांग है कि मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए दिए जाएं।
सीएचबी जालंधर जोन के प्रधान इन्दरबीर सिंह ने कहा कि उन्हें एएलएम ने बताया कि परमिट लेने कि बजाय ट्रिपिंग ही ली थी। लखबीर खम्भे के ऊपर चढ़ा तो उसे करंट लग गया। यह बड़ी लापरवाही हैं। पिछले हादसे को देखते हुए परमिट लेना चाहिए था। परिवार को एक्सग्रेशिया ग्रांट से 10 लाख रुपये का चेक सौंप दिया गया है और इंश्योरेंस के 10 लाख रुपये तीन महीने बाद मिलेंगे। इसके आलावा 2 लाख रुपए लेबर वेलफेयर बोर्ड की तरफ दिए जाएंगे।
लेकिन इसी बीच बड़ा सवाल यह भी है कि इन सब का जिम्मेदार कौन है? एक हफ्ते के भीतर दो जाने जा चुकी है। सिस्टम में सुधार जरूरी है। कच्चे मुलाजिमों को ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। क्योंकि वह जान को जोखिम में डालकर अपनी ड्यूटी निभा रहे है। अगर उन्हें ट्रेनिंग नहीं दी जाएगी तो आने वाले समय में ऐसे हादसे नहीं रुक पाएंगे।