दोआबा न्यूजलाइन
जालंधर (सलोनी) : पंजाब रोडवेज/पनबस/पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन की आज राज्य स्तरीय बैठक प्रेस क्लब जालंधर में हुई जिसमें ऑल इंडिया फेडरेशन सीटू के प्रदेश अध्यक्ष महा सिंह रोड़ी और महासचिव चंद्र शेखर भी मौजूद रहे और प्रदेश अध्यक्ष रेशम सिंह गिल ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार अन्य सरकारों की तरह कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की बैठक में मांगों को न मानकर उन्हें लागू न करके बार-बार कच्चे कर्मचारियों को संघर्ष करने पर मजबूर कर रही है।
उनका कहना है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 1 जुलाई को जालंधर में जत्थेबंदी के साथ बैठक की जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री ने सभी मांगों को हल करने का आश्वासन दिया और अलग परिवहन नीति के तहत कर्मचारियों को पक्का करने के आदेश भी जारी किए। जिसके चलते सरकार की ओर से संगठन के नेता समेत एक कमेटी का गठन किया गया था, लेकिन प्रबंधन प्राधिकार की नीति में अंतर है, या फिर सरकार मांगों का समाधान नहीं करना चाहती, लगभग 9 महीने बीत चुके हैं, प्रबंधन ने कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की नीति पर एक शब्द भी नहीं लिखा है, केवल बैठक में बात करके समय बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा की मांगों को जानबूझकर उलझाया जाता है, मांगें पूरी नहीं की जाती, उन्हें बीच में लटका दिया जाता है। जिसके कारण संगठन बार-बार टकराव की स्थिति बनाता है और विश्वास मिलने के बाद टकराव को टाल दिया जाता है। लेकिन अगर सरकार ने मांगों का समाधान नहीं किया तो संगठन तीखा संघर्ष करेगा। पनबस में ठेकेदार दातार सिक्योरिटी ग्रुप द्वारा 11-12 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है और विभाग कार्रवाई करने की बजाय नया ठेकेदार लाने की तैयारी कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक 3 अप्रैल को पंजाब सरकार ने पंजाब के सभी बस स्टैंड बंद करने का प्रस्ताव दिया, जिसमें कच्चे कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं रखा गया और बेरोजगारों के लिए कोई बजट नहीं रखा गया। इस बजट से पंजाब पर कर्ज का बोझ और बढ़ जाएगा। अगर सरकार ने फिर भी समस्या का समाधान नहीं किया तो 7-8-9 अप्रैल को पंजाब के मुख्यमंत्री के नाम पर पूरे पंजाब में बसों का चक्का जाम किया जाएगा। पंजाब के सभी संगठनों के साथ मिलकर पंजाब निवास पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।