प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए छोड़े गए वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले
दोआबा न्यूज़लाईन
कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस दिन-प्रतिदिन तूल पकड़ता जा रहा है। इसी कड़ी में आज विरोध में उतरे छात्र और मजदूर संगठन नबन्ना मार्च पर उतर आए हैं। दरअसल नबन्ना पश्चिम बंगाल सरकार का सचिवालय है, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित सभी मंत्री और अफसर बैठते हैं। पश्चिम बंग छात्र समाज और संग्रामी जौथा मंच नबन्ना अभिजान रैली के जरिए मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स ने दोपहर करीब 12:45 बजे नबन्ना के लिए कूच शुरू कर दिया था। वहीं बंगाल पुलिस छात्रों को रोकने के लिए नबन्ना जाने वाले हर रास्ते पर बेरिकेडिंग कर रही है और हर जगह छात्रों को खदेड़ने के लिए भारी पुलिस बल तैनात है। छात्रों को रोकने के लिए पुलिस वाटर कैनन की बौछारों का भी इस्तेमाल कर रही है। खबर यह भी है कि हावड़ा से लगे सांतरागाछी में प्रदर्शकारियों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ दी। इसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। वहीं भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। पुलिस की कार्रवई में दर्जनों प्रदर्शकारियों के घायल होने की भी खबर है।
वहीं पुलिस ने हिंसा का हवाला देते हुए रैली को गैरकानूनी बताया है। जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों को नबन्ना जाने से रोकने के लिए 7 रूट पर तीन लेयर सुरक्षा में 6 हजार की फोर्स तैनात है। 19 पॉइंट्स पर बैरिकेंडिंग और 21 पॉइंट्स पर डीसीपी तैनात किए गए हैं। जबकि सुरक्षा के मद्देनजर हावड़ा ब्रिज को भी बंद करने की खबर है। पुलिस निगरानी के लिए ड्रोन की मदद ली भी ले रही है। राज्य सचिवालय नबन्ना के पास BNS की धारा 163 (CrPC की धारा 144) लगा दी गई है, जिसके चलते सचिवालय के आसपास एक साथ 5 से ज्यादा लोग नहीं जुटेंगे। इसके अलावा यहां क्रेन के जरिए भारी कंटेनर भी सड़कों पर रख दिए गए हैं, ताकि प्रदर्शकारी अंदर न जा पाएं।