एक तरफ शंभू बॉर्डर पर किसानों का धरना तो दूसरी तरफ ग्रामीणों में रोष

दोआबा न्यूज़लाईन

नई दिल्ली : पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान 13 फरवरी से धरने पर बैठे हुए है। इसके कारण आसपास के लोगों को परेशानी आ रही है। यही कारण हैं की अब ग्रामीण किसानों के खिलाफ हो गए है। इसके चलते गांव की कमेटी आज फैसला करेगी कि बनूड़ रोड को जाम किया जाए या फिर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाए। अगर बनूड़ रोड को भी जाम किया गया तो अंबाला जाने के लिए 32 किलोमीटर खस्ताहाल रोड बचेगी।

शंभू बॉर्डर खोलने की मांग कर रहे शंभू के नजदीकी गांवों के लोग अगर बनूड़ रोड जाम करने का फैसला करते हैं तो इससे खासकर उन लोगों को परेशानी होगी जो लुधियाना से अंबाला जा रहे हैं। जो शंभू बॉर्डर बंद होने से राजपुरा से बनूड़ का रास्ता अपनाते हैं। ऐसे में लोगों को अंबाला जाने के लिए बनूड़ से डेराबस्सी का रास्ता अपनाना पड़ सकता है। लोग बार-बार किसानों से आग्रह कर रहे हैं, लेकिन किसानों का धरना निरंतर जारी हैं।

अगर आप नेशनल हाईवे के रोड से राजपुरा से अंबाला जाना चाहते हैं तो यह रास्ता करीब 22 किलोमीटर का है। लेकिन शंभू बॉर्डर बंद होने की वजह से राजपुरा से अंबाला वाया बनूर का सफर अब करीब 45 किलोमीटर का हो गया है। यही कारण हैं कि लोगों में रोष बढ़ता जा रहा हैं।

गौरतलब हैं कि कुछ दिन पहले किसानों कि व्यापारियों के साथ ही बहस हुई थी, जिसके बाद खासतौर पर किसानों ने चेतावनी दी कि अगर आंदोलन खराब हुआ तो परिणाम सही नही होगा।

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