जालंधर ग्रामीण पुलिस ने ‘संपर्क’ पहल के तहत की 2 नशा पीड़ितों की पुनर्वास में सहायता

दोआबा न्यूजलाईन

जालंधर: नशे की लत के खिलाफ अपने चल रहे अभियान के तहत जालंधर ग्रामीण पुलिस ने पतारा के जैतेवाली गांव के दो युवकों को जालंधर के सिविल अस्पताल में मॉडल ड्रग डी-एडिक्शन सेंटर में भर्ती कराया। यह प्रयास पंजाब सरकार के नशा मुक्त समाज बनाने के मिशन का हिस्सा है।

स्थानीय पंचायत से मिली जानकारी के आधार पर दिहाड़ी मजदूर सुरिंदर सिंह के बेटे बरजिंदर कुमार (34) और रोहित कुमार (40) की पहचान की गई। परिवार की आर्थिक तंगी को देखते हुए, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और सुनिश्चित किया कि युवकों को पेशेवर देखभाल मिले। इस पहल का नेतृत्व एसपी (जांच) जसरूप कौर बाठ और डीएसपी आदमपुर कुलवंत सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर हरदेव प्रीत सिंह, एसएचओ पतारा ने किया।

इस बारे में जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरकमल प्रीत सिंह खख ने कहा कि यह कार्रवाई डीजीपी पंजाब गौरव यादव, आईपीएस द्वारा जमीनी स्तर पर मादक द्रव्यों के सेवन के मुद्दों को संबोधित करने के लिए शुरू की गई संपर्क पहल के तहत की गई थी। इन नशा पीड़ितों का नशा मुक्ति केंद्र में चिकित्सा देखभाल और परामर्श सहित व्यापक उपचार प्रदान किया जाएगा, जिसका लक्ष्य रोगियों को समाज में फिर से शामिल करना है।

वहीं जालंधर ग्रामीण पुलिस ने नागरिकों से आगे आने और नशे की लत के मामलों की रिपोर्ट करने का आग्रह किया है, जरूरतमंद व्यक्तियों और परिवारों को पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया है।

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