फर्जी स्कूल सर्टिफिकेट बनाने वाला गिरोह काबू, प्रिंसिपल सहित एक गिरफ्तार

दोआबा न्यूज़लाईन (जालंधर/क्राइम)

(पूजा मेहरा) : आजकल फ्रॉड करने के लोग अलग-अलग हथकंडे अपनाते है। जालंधर पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
पुलिस की स्पेशल सेल टीम ने फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनकी पहचान स्कूल प्रिंसिपल अनुराग डाबर पुत्र राम प्रकाश निवासी न्यू विनय नगर (जालंधर) और राघव चड्ढा पुत्र नरेश चंद्र निवासी चंदन नगर, नियर फतेहपुरी मोहल्ला के रूप में हुई है।

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि शहर में एक गिरोह सक्रिय है जो फर्जी CBSE और ओपन स्कूल सेर्टिफिकेट बनाने में शामिल है। पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस ने रेड की और प्रिंसिपल अनुराग डाबर को गिरफ्तार किया था। प्रिंसिपल की गिरफ्तारी के बाद उसका साथी राघव चड्ढा गिरफ्तार हुआ। दोनों आरोपियों के खिलाफ जालंधर सिटी पुलिस ने थाना डिवीजन नंबर-8 में IPC की धारा 465, 467, 468, 471, 420 और 66डी (IT) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

बताते चलें की दोनों आरोपी अवैध रूप से सर्टिफिकेट बनाकर बेचते थे। लोगों से सिर्फ नाम पता और नंबर पूछ कर सर्टिफिकेट बनाते थे। पुलिस ने आरोपियों से एक प्रिंटर सहित एक कंप्यूटर सेट और करीब 600 फर्जी प्रमाणपत्र बरामद किए हैं। अनुराग डाबर एक निजी स्कूल का प्रिंसिपल है। छात्रों से डेटा इकट्ठा करता था और इसे दूसरे आरोपी राघव को भेजता था। जहां से राघव उक्त सर्टिफिकेट बनाकर लाता था।
फिर दोनों एक सर्टिफिकेट का 20-25 हजार रूपए लेते थे।

पंजाब में ऐसे बहुत से गेंग है जो जाली सेर्टिफिकेट बनाने का गोरखधंधा करते है। लोग भी शॉर्टकट काम होने के चलते ऐसे गिरोह की मदद लेते है। ऐसे में लोगों को भी जागरूक होंने की जरूरत है। ताकि ऐसे अवैध काम बंद हो सके।

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