पंजाब के 7 जिले झेल रहे बाढ़ की मार, पौंग डैम का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

दोआबा न्यूजलाइन

पंजाब: बारिश और हर तरफ से डैमों से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण पंजाब के कई जिलों में स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। जानकारी के अनुसार पंजाब के 7 जिले इस समय बुरु तरह से बाढ़ की मार झेल रहे हैं। लेकिन इस समय ख़बरों के अनुसार सबसे खराब हालात पठानकोट, गुरदासपुर, तरनतारन, होशियारपुर, कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का में बने हुए हैं। बताया जा रहा है कि यहां के करीब 150 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। कई इलाकों में तो हालत ऐसे हैं कि 5 से 7 फुट तक पानी भरा हुआ है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार सेना, एनडीआरएफ, पुलिस ,कई समाजसेवी संस्थाएं और अन्य एजेंसियां राहत व बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बाढ़ के कारण पानी में बहने से माधोपुर में 2, गुरदासपुर में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि पठानकोट में गुर्जर परिवार के 4 लोग लापता बताये जा रहे हैं। रेस्क्यू टीमों द्वारा फिरोजपुर में 2000 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर राहत कैंपों में पहुंचाया गया। बाढ़ प्रभावित एरिया में जमीन और पानी में चलने वाले वाहनों को उतारा गया है।

वहीं कहा यह भी जा रहा है कि अमृतसर के अजनाला में बाढ़ प्रभावित गांवों की गिनती 15 से बढ़कर 25 हो गई है। यहां रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। जबकि रावी का जलस्तर लगातार बढ़ने से अमृतसर के कुछ गांव एहतियात के तौर पर खाली करवा लिए गए हैं।

वहीं खबर यह भी सामने निकल कर आ रही है कि हिमाचल और जम्मू में तेज बारिश के कारण तलवाड़ा पौंग बांध का जलस्तर खतरे के निशान 1390 फीट से बढ़कर 1396 फीट तक पहुंच गया है। वहीं इसके साथ ही बीबीएमबी ने भी फैसला लिया है कि आज दोपहर 2 बजे 1 लाख 10 हजार क्यूसिक पानी ब्यास दरिया में छोड़ा जाएगा। इसके लिए हिमाचल और पंजाब के सभी गांवों में हाई अलर्ट किया गया है। वहीं अगर बात करें रणजीत सागर बांध की तो उसका भी जलस्तर खतरे के निशान 527 फीट के करीब पहुंच चुका है। हालांकि अभी ये खतरे के निशान से नीचे है, फिर भी इसके 4 गेट खोले गए हैं।

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