दोआबा न्यूज़लाइन
जालंधर: पंजाब के जालंधर में आज सुबह लेदर कॉम्प्लेक्स स्थित बाबा इंटरनेशनल स्पोर्टस फैक्ट्री में आग लगने से अचानक हड़कंप मच गया। मिली जानकारी के अनुसार फैक्ट्री में आग लगने से अंदर रखा लाखों का सामान जलकर राख हो गया। हालांकि इस बीच अच्छी बात यह रही कि इस हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।
वहीं फैक्ट्री में आग लगने की सूचना आसपास के लोगों द्वारा पहले बावा इंटरनेशनल स्पोर्टस फैक्ट्री के मालिक को दी गई और फिर मामले के बारे में फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया। सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की टीमें आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंच गई थी। अभी तक आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। कहा यह जा रहा है कि जांच के बाद मामले में अगली कार्रवाई की जाएगी। आग इतनी भयानक थी कि उसको बुझाने में फायर फायर ब्रिगेड की करीब 20 से ज्यादा गाड़ियां लग गईं।
वहीं घटना के बारे जानकारी देते हुए फैक्ट्री मालिक विजय शर्मा ने कहा कि सुबह करीब सवा 8 बजे उन्हें उनकी फैक्ट्री में आग लगने की सूचना मिली थी। जिसके बाद तुरंत वह फैक्ट्री पहुंचे और वहां देखा कि उनकी फैक्ट्री धूं-धूं कर जल रही थी। टीमों ने फैक्ट्री के कई हिस्सों में पानी और आग बुझाने वाली फॉम का इस्तेमाल कर आग पर काबू पाने की कोशिश की। फायर ब्रिगेड की टीमें मामले की जांच कर ही हैं कि उक्त आग कैसे लगी। वहीं उक्त फैक्ट्री के अंदर फायर सेफ्टी के इंतजाम थे या नहीं। मामले में जांच के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
वहीं दूसरी आगजनी की घटना सुबह करीब 4 बजे गदईपुर की है जहां दो फैक्टरियों में अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि फैक्ट्री में लगी आग का धुआं एक किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहा था। सूचना मिलते ही जालंधर फायर ब्रिगेड की टीमें जांच के लिए पहुंच गई। करीब तीन घंटे बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका।
गनीमत रही कि अभी तक इस घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। जालंधर सिटी पुलिस की टीमें भी मौके पर पहुंच गई हैं, जो घटनास्थल से लोगों को हटा रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार फायर ब्रिगेड की टीमों को सुबह करीब सवा चार बजे सारे घटनाक्रम के बारे में सूचित किया गया था। जिसके बाद टीमों ने जालंधर फायर ब्रिगेड ऑफिस और गदईपुर एरिया में एक निजी फैक्ट्री की फायर ब्रिगेड पार्टी को उक्त जगह पर मूव किया।
जालंधर के फोकल पॉइंट से सटे गदईपुर में बनी दोनों फैक्ट्रियों में टायर बनाने और रबर का काम होता था। दोनों फैक्ट्रियों में काफी मात्रा में ऐसा सामान पड़ा था, जोकि ज्वलनशील है। आग लगने के बारे में सबसे पहले इलाका निवासियों को पता चला था।