संत सीचेवाल ने केंद्र सरकार के समक्ष रखी देश की पहली ‘गुरु नानक देव पर्यावरण यूनिवर्सिटी’ बनवाने की मांग

कहा- पर्यावरण की दृष्टि से बहुत नाजुक स्थिति से गुजर रहा पंजाब

दोआबा न्यूज़लाइन

जालंधर: विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर राज्यसभा सांसद और पर्यावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने केंद्र सरकार से मांग की है कि सुल्तानपुर लोधी में देश की पहली “गुरु नानक देव पर्यावरण यूनिवर्सिटी” स्थापित की जाए। उन्होंने यहां जारी किए गए एक प्रेस बयान में कहा कि पर्यावरण की दृष्टि से पंजाब एक बेहद नाजुक स्थिति से गुजर रहा है। यहां जमीन के नीचे का पानी बेहद गहराई तक चला गया है। पूरे देश के सभी राज्यों की तुलना में छोटे से पंजाब में सबसे अधिक रासायनिक खादों का उपयोग हो रहा है। हमारी खाद्य श्रृंखला में ज़हरीले तत्व पहुँच चुके हैं।

इन सभी चुनौतियों के समाधान के लिए नई रिसर्च और वैज्ञानिक प्रयासों की आवश्यकता है, जिसके लिए बड़े शोध संस्थानों की स्थापना अनिवार्य है। ऐसे बड़े काम केवल यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों में ही हो सकते हैं। संत सीचेवाल ने कहा कि सुल्तानपुर लोधी में पर्यावरण यूनिवर्सिटी की स्थापना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि जिस पर्यावरण को बचाने के लिए हम 1973 से विश्व स्तर पर यह दिन मना रहे हैं, उस पर्यावरण को स्वच्छ रखने और हवा, पानी व धरती का सम्मान करने का सबसे पहला और सबसे बड़ा संदेश बाबा नानक ने इसी धरती से दिया था।

यूनिवर्सिटी बनने से इस क्षेत्र का बहुआयामी विकास भी संभव होगा। संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि बाबा नानक के चरणों से पवित्र हुई नदी भी सुल्तानपुर लोधी से होकर गुजरती है। 165 किलोमीटर लंबी यह नदी देश की पहली ऐसी नदी है जो प्रदूषित होने के बाद फिर से निर्मल जल के रूप में बहने लगी है। इस नदी पर कई पीएचडी हो चुकी हैं। आने वाले समय में इस क्षेत्र में दुनिया के अन्य देशों से भी लोग आया करेंगे। इसलिए यहाँ एक विश्वस्तरीय और गुणवत्तापूर्ण अध्ययन केंद्र के रूप में यूनिवर्सिटी का होना ज़रूरी है।

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