दोआबा न्यूजलाईन
देश: मध्य प्रदेश के नागदा से सामूहिक विवाह का एक अजीबो मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार उज्जैन में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत विवाह की रस्में चल रही थीं। यहां 81 जोड़ों के सरकार की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह करवाए जा रहे थे। इस दौरान दूल्हा-दुल्हन ने रस्मों के दौरान मंगल सूत्र नहीं पहनाया और मांग भी नहीं भरी।
विवाह के आयोजन में उस समय बवाल हो गया, जब इस मामले का एक वीडियो सामने आया। जिसमें दूल्हा-दुल्हन विधायक और नगर पालिका अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए नजर आ रहे हैं। उसमें वह यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि वह इस समारोह में 49 हजार रुपए पाने के लिए आए थे। उनकी शादी अगले साल फरवरी में होने वाली है। हम विधायक और नगर पालिका अध्यक्ष के कहने पर मंडप में बैठे हैं, हमें कहा गया था कि शादी के बाद 49 हजार का चेक मिलेगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में विधायक ने बताया कि सामूहिक विवाह की रस्मों के बारे में दूल्हा और दुल्हन के परिवार के साथ बात की थी। अगर किसी के परिवार में मंगल सूत्र और मांग भरने की रस्म नहीं होती है तो क्या कर सकते हैं। मामला उज्जैन के कलेक्टर के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने नगर पालिका के अध्यक्ष को नोटिस देकर जांच कराने की बात कही है।