जालंधर PSPCL के कच्चे कर्मचारियों ने नेशनल हाईवे किया जाम, पंजाब सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

दोआबा न्यूज़लाईन

(पूजा मेहरा) : जालंधर PSPCL के कच्चे कर्मचारी की मौत के बाद आज पावरकॉम के कच्चे कर्मचारियों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया। इस दौरान उन्होंने पंजाब सरकार और पावरकॉम विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

इस दौरान पीएसपीसीएल के कच्चे कर्मचारियों ने कहा कि जब हमारी भर्ती होती है तो हमें कहा जाता है कि आपको किटें दी जाएंगी और आप जो भी जरूरी पिलर चुन सकते हैं, लेकिन जब हमारी भर्ती होती है तो हमें कहा जाता है कि आपको सारा काम करना होगा, हालांकि हम काम करने के लिए तैयार हैं, लेकिन हमें कोई जरूरी किट नहीं दी जाती है और हमारी सुरक्षा का भी ध्यान नहीं रखा जाता है, जिसके बाद हमें आज विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर पीएसपीसीएल ऐसा करता है इस बात से सीख न लें, निकट भविष्य में एक दिन ऐसा आएगा जब पीएसपीसीएल पूरी तरह से खाली हो जाएगा और कोई भी इस विभाग में काम करने नहीं आएगा।

जबकि उन्होंने कहा कि पीएसपीसीएल को उस परिवार को मुआवजा देना चाहिए जिसका बच्चा गया है।

प्रदर्शन में पहुंचे पीएसपीसीएल के अधिकारी ने कहा कि पीएसपीसीएल में लगातार तीन मौतें हो चुकी हैं, इससे वे भी चिंतित हैं। वहीं, किट उपलब्ध नहीं कराये जाने को लेकर उन्होंने कहा कि पीएसपीसीएल किट उपलब्ध नहीं कराता है। उपलब्ध कराने का ठेका दूसरी कंपनी को दिया गया है, जो पास होने के बाद सभी को दिया जाएगा।

मौके पर मौजूद एसीपी सेंट्रल निर्मल सिंह ने कहा कि आज पीएसपीसीएल कर्मचारियों द्वारा धरना दिया गया है, उनकी बातों को सुना गया है और प्रशासन जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा करेगा।

Breaking: पावरकॉम की लापरवाही से 15 दिन में तीसरी मौत, सेफ्टी किट न होने के कारण हुआ हादसा

जालंधर: जालंधर में पावरकॉम की लापरवाही से 15 दिन में एक और कच्चे मुलाजिम की जान चली गई है। जानकारी के अनुसार मृतक कर्मचारी की पहचान सनी के रूप में हुई है और वह नागरा में ट्रांसफार्मर की रिपेयर के दौरान 11 KV हाई टेंशन तार से करंट लगने से बुरी तरह से झुलस गया था। जिसे सेक्रेड हार्ट अस्पताल में दाखिल करवाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक सनी की उम्र 30 से 32 साल के करीब बताई जा रही है और उसकी शादी को 5 साल हो चुके हैं। लेकिन उनके यहां अभी तक कोई बच्चा नहीं है।

अब कर्मचारियों के प्रधान इंदरप्रीत सिंह ने बताया है कि वह करीब ढाई साल से सेफ्टी किटों की मांग कर रहे हैं लेकिन उन्हें सेफ्टी किटें नहीं दी जा रही, जिस कारण उनके कई कर्मचारियों की मौत हो गई है। पावरकॉम उन्हें लगातार लारे लगा रही है। जिस कारण यह हादसे हो रहे हैं।

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