पंजाब पुलिस ने 24 घंटे में सुलझाई खन्ना भवकीरत अपहरण मामले की गुत्थी, एनकाउंटर के दौरान मुख्य आरोपी की मौत, 2 काबू

दोआबा न्यूज़लाईन

खन्ना: लुधियाना के साथ लगते खन्ना के गांव सीहन दाउद में भवकीरत अपहरण और फिरौती मामले की गुत्थी को पुलिस ने 24 घंटे में सुलझा लिया है। यह जॉइंट ऑपरेशन खन्ना, मलेरकोटला और पटियाला पुलिस द्वारा चलाया गया था। इस मामले में पुलिस एनकाउंटर के दौरान अपहरण और फिरौती मामले में शामिल एक आरोपी की गोली लगने से मौत गई, जबकि उसके 2 साथी काबू कर लिए गए। इस ऑपरेशन के दौरान 3 पुलिस कर्मी भी घायल हुए थे। वहीं पुलिस की बड़ी कामयाबी यह रही कि उन्होंने बच्चे को अपहरणकर्ताओं के कब्जे से सुरक्षित छुड़ा लिया था।

इस ऑपरेशन में मारे गए आरोपी की पहचान 23 वर्षीय जसप्रीत सिंह के रूप में हुई। जबकि उसके गिरफ्तार हुए साथियों में एक ने अपना नाम हरप्रीत सिंह और दूसरे ने रवि भिंडर निवासी अमरगढ़ बताया। जिनके पास से एक 32 बोर की पिस्तौल और वारदात में शामिल की गई बाइक भी बरामद की गई थी।

वहीं कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा ने खुद गांव सीहन दाउद पहुंचकर भवकीरत को उसके माता-पिता के हवाले किया। इससे पहले सीएम मान ने भी भवकीरत के माता-पिता से बात की थी। वहीं बच्चे को सुरक्षित पाकर उसके माता- पिता बहुत ही खुश हुए। उन्होंने बताया कि इस मामले में सरकार और पुलिस की समय पर की गई कार्रवाई के कारण ही उनका बच्चा 24 घंटे के भीतर सुरक्षित घर पहुंचा है।

वहीं इस मामले की जानकारी देते हुए डीआईजी (पटियाला रेंज) मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि अपहरणकर्ताओं का पता लगाने और बच्चे को बचाने के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गईं थी। उनके अनुसार अपहरणकर्ताओं को अपहरण के बाद पहली बार मलेरकोटला में देखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि मामले की विस्तृत जांच में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और उनसे पूछताछ से मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिले। पुलिस ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री मान और डीजीपी गौरव यादव खुद इस मामले में नजर रखे हुए थे।

वहीं डीआईजी सिद्धू ने यह भी बताया कि अपहरणकर्ताओं ने लड़के के परिवार से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। उन्होंने कहा कि उनकी टीम की कार्रवाई के दौरान एक आरोपी गोली लगने से मारा गया और उसके दो साथी गिरफ्तार कर लिए गए और टीम ने बच्चे को आरोपियों के चंगुल से सुरक्षित छुड़ा लिया। वहीं इस बड़ी उपलब्धि के लिए डीजीपी यादव ने पुलिस टीम को सन्मानित किया और उन्हें 10 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की, जिसमें खन्ना पुलिस, पटियाला पुलिस और मलेरकोटला पुलिस के कर्मी शामिल थे।

बताते चलें कि बीते बुधवार की शाम करीब छह बजे लुधियाना के खन्ना के सीहन दाउद गांव में एक सात साल के बच्चे भवकीरत सिंह को दो युवक उस समय मोटरसाइकिल पर बिठाकर ले गए, जब वह अपने घर के बाहर खेल रहा था। जिसकी सूचना लड़के के दादा गुरजंत सिंह ने पुलिस को दी थी।

Related posts

फिल्लौर पुलिस ने दुकानों और राहगीरों से लूटपाट करने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को किया काबू

नशे के विरुद्ध जंग जारी, कमिश्नरेट पुलिस जालंधर ने ड्रग नेटवर्क को बनाया निशाना, 250 पुलिसकर्मियों के साथ 14 जगहों पर छापेमारी

15,000 रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में विजीलेंस ब्यूरो द्वारा वसीका नवीस गिरफ्तार