दोआबा न्यूजलाइन
जालंधर: पंजाब पुलिस द्वारा लोगों की सुरक्षा और विश्वास को मजबूत करने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत जालंधर देहात पुलिस ने एक और महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। जालंधर देहात के एसएसपी हरविंदर सिंह वर्क के मार्गदर्शन में पुलिस के कप्तान (जांच) सरबजीत राय के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम जिसमें आर पाल सिंह (पीपीएस), डीएसपी साइबर क्राइम, तकनीकी इकाई और साझ केंद्र के अधिकारी शामिल थे, ने लगातार काम किया और 110 गुम हुए मोबाइल फोन बरामद किए और उन्हें उनके असली मालिकों को वापस कर दिया।
बताया जा रहा है कि इन मोबाइलों की कुल अनुमानित कीमत लगभग 25.50 लाख रुपये है। ये सभी फोन पिछले कुछ महीनों के दौरान जिले के विभिन्न क्षेत्रों – नकोदर, शाहकोट, आदमपुर, फिलौर और लोहियां क्षेत्रों से गायब हुए थे। पुलिस टीम ने इनकी बरामदगी के लिए तकनीकी सहायता लेते हुए आईएमईआई नंबर ट्रैकिंग, नेटवर्क लोकेशन और डिजिटल ट्रायल की मदद से प्रत्येक फोन की हिस्ट्री खंगाली। कई मोबाइल दूरदराज के इलाकों में मिले जहां उन्हें दोबारा बेचा गया था, लेकिन पुलिस ने अंतरराज्यीय समन्वय से उन्हें बरामद कर लिया। जब मालिकों को उनके मोबाइल वापस सौंपे गए, तो उनके चेहरे पर खुशी साफ दिखाई दे रही थी।
अपने खोये हुए मोबाइल फोन को वापिस पाकर खुश हुए एक व्यक्ति ने कहा, “दिवाली से पहले पुलिस से यह उपहार पाकर बहुत खुशी हो रही है।” यह केवल खोए हुए मोबाइल फोन की बरामदगी नहीं है, बल्कि जालंधर ग्रामीण पुलिस की लोगों के प्रति समर्पण की मिसाल है। आज के समय में मोबाइल फोन व्यक्ति के जीवन का अभिन्न अंग बन गए हैं। हमारी निजी जानकारी, पारिवारिक यादें, ऑनलाइन बैंकिंग डेटा और महत्वपूर्ण दस्तावेज इनमें संग्रहीत होते हैं। इसलिए जब कोई फोन खो जाता है या चोरी हो जाता है, तो यह सिर्फ एक चीज नहीं, बल्कि जीवन का एक हिस्सा खोने जैसा होता है। पुलिस ने इस बात को समझा और हर शिकायत को गंभीरता से लिया।
इस अवसर पर एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने कहा कि जनता का विश्वास हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हर नागरिक की चिंताओं को अपनी चिंता समझना हमारा कर्तव्य है। साइबर क्राइम और मोबाइल ट्रैकिंग टीम ने इस अभियान को गंभीरता से लिया, जिसके कारण आज 110 परिवारों के चेहरों पर खुशी लौट आई है।” वहीं पुलिस अधीक्षक (जांच) सरबजीत राय ने कहा कि इस अभियान के दौरान पुलिस ने ऑनलाइन डेटा विश्लेषण, आईएमईआई डिटेक्शन सिस्टम और डिजिटल नेटवर्क टेस्टिंग जैसे आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल किया।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी गुम मोबाइल या चोरी की घटना की तुरंत पुलिस को सूचना दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके। दिवाली के अवसर पर पुलिस का यह अभियान एक प्रकाश की लहर है, जिसने लोगों के दिलों में विश्वास की भावना जगाई है। जिस तरह दिवाली पर घर में रोशनी होती है, उसी तरह आज पुलिस ने लोगों के दिलों में सुरक्षा और विश्वास की रोशनी जलाई है। जालंधर ग्रामीण पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पुलिस न केवल कानून की रखवाली करती है, बल्कि लोगों का विश्वास बनाए रखने वाली ताकत भी है।