दोआबा न्यूजलाइन
जालंधर: नशीले पदार्थों की समस्या से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने 35 प्री और पोस्ट ट्रायल केसों में जब्त किए गए नशीले पदार्थों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया है। इन दवाओं को नष्ट करने की प्रक्रिया जालंधर के नकोदर के बीर गांव स्थित ग्रीन प्लैनेट एनर्जी प्लांट प्राइवेट लिमिटेड में हुई। सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद ड्रग डिस्पोजल कमेटी, कमिश्नरेट जालंधर द्वारा नष्ट करने की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया।
इस संबंध में पुलिस कमिश्नर ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि नशीली दवाओं को नष्ट करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जब्त की गई दवाएं अवैध बाजार में न जाएं या भविष्य में उनका दुरुपयोग न हो। इस दौरान नष्ट की गई दवाओं में 15 क्विंटल 70 किलो 500 ग्राम चूरापोस्त, 2 किलो 616 ग्राम हेरोइन, 316 गोलियां/कैप्सूल, 06 किलो 25 ग्राम गांजा और 10 ग्राम नशीला पाउडर शामिल है।
यह ऑपरेशन डीसीपी जांच सह अध्यक्ष कमिश्नरेट, एडीसीपी ऑपरेशन सह सदस्य ड्रग डिस्पोजल कमेटी कमिश्नरेट और एसीपी पीबीआई (एनडीपीएस-नारकोटिक्स) सह सदस्य ड्रग डिस्पोजल कमेटी कमिश्नरेट जालंधर सहित वरिष्ठ अधिकारियों की सख्त निगरानी में चलाया गया ताकि ड्रग डिस्पोजल कमेटी कमिश्नरेट जालंधर की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके।
वहीं सीपी ने कहा , “यह कार्रवाई नशीली दवाओं के व्यापार को खत्म करने और जालंधर शहर के लोगों के लिए एक सुरक्षित, नशा मुक्त समाज सुनिश्चित करने की हमारी अटूट प्रतिबद्धता का हिस्सा है।” इससे नशीले पदार्थों के खिलाफ चल रहे युद्ध में पुलिस के प्रयासों को और बल मिला है।